सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर जारी विरोध के बीच एक अप्रैल से जनगणना का पहला चरण शुरू हो रहा है। इस बार जनगणना में हाउसलिस्टिंग भी की जाएगी।
यानी घर के सदस्यों की संख्या के साथ देशभर में मौजूद घरों के विवरण को भी दर्ज किया जाएगा। इसे लेकर रजिस्ट्रार जनरल के कार्यालय ने अधिसूचना जारी की है।
अधिसूचना के अनुसार, ‘जनगणना अधिनियम, 1990 के नियम 6 ए के साथ पढ़ी गई जनगणना अधिनियम, 1948 (1948 का 37) की धारा 3ए और धारा 17ए द्वारा प्रदान की गई शक्तियों के अभ्यास में, केंद्र सरकार ने घोषणा करती है कि जनगणना 2021 में हाउसलिस्टिंग भी की जाएगी।
देशभर में एक अप्रैल 2020 से 30 सितंबर 2020 के बीच इस प्रक्रिया को किया जाएगा।’