हैंडबॉल की महिला खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर जीत रहीं पदक

अंबाला। हैंडबॉल की महिला टीम ने प्रदेशभर में अपना दबदबा बना रखा है। नेशनल लैवल पर खिलाड़ियों ने मेडलों की झड़ी लगाई है। हैंडबॉल के प्रति खिलाड़ियों का जुनून इस कदर है कि मैदान में खून पसीना बहा कर अपनी प्रतिभा को निखार रही हैं।
उनका सपना है कि जल्द ही हरियाणा की टीम का हिस्सा बनकर अंबाला का नाम रोशन कर सकें। खेल विभाग की कोच कुसुम की तरफ से छावनी के एसडी कॉलेज मैदान में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। रोजाना करीब 30 महिला खिलाड़ी मैदान में आती हैं और हैंडबॉल के गुर सीख खुद को निखार रही हैं।

चार बार नेशनल में हासिल कर चुकी पदक
छावनी की 18 वर्षीय रितिका ने बताया कि वह चार बार नेशनल खेल चुकी है और कई मेडल हासिल कर चुकी है। मध्य प्रदेश में 2019 को होने वाले स्कूल नेशनल में पदक, 2020 में गाजियाबाद में होने वाली जूनियर नेशनल में सिल्वर मैडल व 2021 को कानपुर में होने वाले जूनियर नेशनल में मेडल और 2024 को सीनियर वीमेन नेशनल में कांस्य पदक हासिल किया।
मां से प्रेरित होकर शुरू की हैंडबॉल
छावनी की 16 वर्षीय अर्शिता ने बताया कि वह एसएस लिटिल एंजल्स मच्छौंडा की छात्रा है। 2023 को सोनीपत में होने वाले स्कूल लेवल सब जूनियर में कांस्य पदक हासिल किया है। मां सोनिया शर्मा भी हैंडबॉल की खिलाड़ी थी। उन्हीं से प्रेरित होकर प्रशिक्षण लेना शुरू किया।
सीनियर नेशनल में झटक चुकी रजत
छावनी के लक्की विहार निवासी सपना ने बताया कि 2024 को सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में रजत पदक और 2023 में राजस्थान में होने वाली नेशनल में कांस्य पदक हासिल किया था। आगामी प्रतियोगिताओं के लिए भी तैयारी चल रही है ताकि अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाया जा सके।
बनना है हरियाणा टीम का हिस्सा
छावनी निवासी 13 वर्षीय हंसिका ने बताया कि 2023 को दिल्ली में होने वाले स्कूल नेशनल में सिल्वर और 2024 को राजस्थान में होने वाले सब जूनियर नेशनल में कांस्य पदक हासिल किया। आगे चलकर हरियाणा टीम का हिस्सा बनना है ताकि अंबाला का नाम रोशन कर सके।
बड़ी बहन संग ले रही प्रशिक्षण
छावनी के बब्याल निवासी 18 वर्षीय प्रियंका ने बताया कि 2024 को महाराष्ट्र में होने वाली नेशनल में कांस्य पदक झटका था। 2022 को स्कूल स्टेट में भी कांस्य पदक झटका। बड़ी बहन रितिका के साथ वह भी प्रशिक्षण लेती है।
नौ साल से ले रही प्रशिक्षण
छावनी निवासी 22 वर्षीय लीजा ने बताया कि वह नौ साल से प्रशिक्षण ले रही है। 2016 को खेलों इंडिया में रजत पदक और 2019 को दिल्ली में होने वाले स्कूल नेशनल में कांस्य पदक व 2022 को लखनऊ में होने वाले जूनियर नेशनल में स्वर्ण पदक व 2023 में फेडरेशन ऑफ इंडिया में स्वर्ण पदक झटका।
लग्न से तैयारी कर निखार रहे प्रतिभा
हैंडबॉल में महिला खिलाड़ी जूनियर नेशनल से लेकर नेशनल में अपनी जीत का परचम लहरा चुकी हैं। रोजाना स्टेडियम में प्रशिक्षण दिया जाता है। खिलाड़ी भी पूरी लगन व मेहनत से तैयारी कर अपनी प्रतिभा को निखार रहे हैं। अभिभावकों को अपने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल में भी डालना चाहिए।
कुसुम, कोच, हैंडबॉल

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