हेल्थ इंश्योरेंस की खरीदारी में ग्राहक एजेंट को ही सबसे अधिक भरोसेमंद मानते हैं। इसके बाद दोस्त व परिवार की सलाह, पोर्टल पर इंश्योरेंस की समीक्षा जैसी चीजें खरीदारी को प्रभावित करती हैं। हेल्थ इंश्योरेंस पर पीडब्ल्यूसी और फिक्की की तरफ से जारी रिपोर्ट में यह तस्वीर सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने वाले 67 फीसद लोग इसके लिए एजेंट पर भरोसा करते हैं। सर्वे के दौरान लोगों ने कहा कि एजेंट इन मामलों के विशेषज्ञ होते हैं। हेल्थ इंश्योरेंस एक जटिल मामला है, इसलिए वे एजेंट की सलाह पर पॉलिसी लेते हैं।
एजेंट के माध्यम से पॉलिसी लेने करने पर जरूरत के वक्त एजेंट की मदद मिलती है और किसी भी प्रकार की दिक्कत के लिए एजेंट को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। हालांकि अब लोग ऑनलाइन और एग्रीगेटर के जरिये भी हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने लगे हैं। काफी लोगों का मानना है कि वेब के जरिये हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने पर उन्हें ज्यादा जानकारी मिलती है। 15 फीसद खरीदारी अब पोर्टल पर हो रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक कैशलेस क्लेम वाले हेल्थ इंश्योरेंस के 61 फीसद ग्राहक क्लेम के निपटान से संतुष्ट पाए गए। वहीं इलाज के खर्च का भुगतान (रिम्बर्समेंट) लेने वाले 39 फीसद ग्राहक क्लेम के निपटान से संतुष्ट पाए गए। सर्वे में ग्राहकों ने बताया कि इलाज के खर्च का भुगतान लेने में उन्हें काफी अधिक दस्तावेज जमा कराने पड़े। वहीं, कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस लेने वालों ने समय अधिक लगने और पसंद के अस्पताल के नेटवर्क में नहीं होने और इंश्योरेंस कंपनी की तरफ से क्लेम के निपटान के लिए समर्पित कर्मचारी नहीं रखे जाने की शिकायत की।