चार दिनों से दलदल में फंसे हाथी को बचाने की कवायद अंतत: विफल हो गई। वन विभाग को सफलता नहीं मिली । कुछ घंटे पहले खबर आई थी कि हाथी कथित तौर पर अचेत हो गया है, वहीं ग्रामीण हाथी की मौत हो जाने की आशंका जाहिर कर रहे थे।
इस बीच हाथी की मौत की पुष्टि हुई और दलदल से हाथी का शव भी बाहर निकाल लिया गया है। दलदल में फंसे हाथी को पिछले कई घंटों से बाहर निकालने की कवायद चल रही थी।
वन विभाग के कर्मचारी और ग्रामीण दलदल के कीचड़ को हटाने, हाथी के सामने पीपल और तेंदू आदि के डंगाल फेंककर मदद करने की कोशिश कर रहे थे।
कीचड़ और दलदल की वजह से जेसीबी भी मौके तक नहीं पहुंच पायी। इसलिए हाथ से ही कीचड़ हटाने के काम मे वन कर्मी जुट गए । क्षेत्र के ग्रमीण भी इसमें मदद कर रहे थे। चार दिनों से दलदल में फंसे रहने से हाथी की हालत निरंतर बिगड़ती गई और अंतत: शुक्रवार को दोपहर में हाथी ने दम तोड़ दिया।
केन्दई वन परीक्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कुल्हरिया के आश्रित मोहल्ला बनखेता पारा मे एक दलदल नुमा खेत मे मंगलवार से हाथी फंसा था। वन विभाग को गुरुवार को इसकी जानकारी मिली। इसके बाद वन अमला हाथी को बाहर निकलने की कवायद करता रहा।
जेसीबी से हाथी को बाहर निकालने की कोशिश की गई पर दो जेसीबी दलदल में फंस गई। शाम ढलते ही फंसे हुए हाथी के आसपास हाथियों का पूरा समूह मंडराने लगा। इस वजह से रेस्क्यू बंद करना पड़ा । शुक्रवार को दलदल में उतरकर हाथी के आसपास का कीचड़ हटाकर हाथी को बाहर निकालने की कवायद शुरू की गई। बावजूद सफलता नहीं मिली। चार दिन से दलदल में फंसे हाथी के निढाल हो जाने से जहां ग्रामीण हाथी की मौत की आशंका जाहिर कर रहे थे,जो अंतत: सही साबित हुआ।