जेल से लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। एसआईटी ने हाईकोर्ट को बताया कि सिग्नल एप के माध्यम से इंटरव्यू किया गया था। इस मामले में अहम गवाहों से पूछताछ जारी है। एसआईटी ने हाईकोर्ट से तीन माह की मोहलत भी मांगी है।
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के जेल से हुए इंटरव्यू को लेकर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने खुलासा किया है कि साक्षत्कार के लिए सिग्नल एप का इस्तेमाल किया गया था। एसआईटी के अनुसार इस डिवाइस को जल्द जब्त किया जाएगा। हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच स्पेशल डीजीपी (ह्यूमन राइट्स) प्रबोध कुमार की अध्यक्षता वाली एसआर्ईटी को सौंपी थी।
एसआईटी ने बुधवार को हाईकोर्ट में बताया गया कि अभी तक की जांच में यह सामने आया है कि सिग्नल एप के माध्यम से ही यह इंटरव्यू किया गया था। जांच चल रही है और कुछ अहम गवाहों से पूछताछ की जानी है। ऐसे में इसके लिए हाईकोर्ट से तीन माह की मोहलत मांगी गई है। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने एडीजीपी जेल अरुण पाल सिंह से पूछा कि पिछले एक महीने में जेल से कितने मोबाइल पकड़े गए हैं। इसके साथ ही जेल में ज्यादातर स्टाफ अनुबंध पर है, उनकी जगह रेगुलर भर्ती कब तक होगी।
सरकार ने बताया- छह जेलों में लाइव वायर फेंसिंग का काम पूरा
लाइव वायर फेंसिंग को लेकर पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया गया कि छह जेलों में यह काम पूरा कर लिया गया है और बाकी की 10 जेलों में इसका काम जारी है। इसके साथ ही लैंडलाइन की व्यवस्था के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है और यह काम भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को अगली सुनवाई पर इस बारे में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है।
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