कहा जाता है हरियाली तीज हिन्दुओं का मुख्य पर्व माना जाता है और हिन्दू धर्म को मानने वाली महिलाओं के लिए यह बहुत ही ख़ास भी होता है. ऐसे में तीज पर्व को भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन का पर्व माना जाता है इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए दिन-भर व्रत-उपवास रखती हैं. केवल इतना ही नहीं अच्छे पति की कामना के लिए अविवाहित लड़कियां भी इस व्रत को रखती हैं और ऐसी मान्यता है कि हरियाली तीज का व्रत रखने से विवाहित स्त्रियों के पति की उम्र लंबी होती है, जबकि अविवाहित लड़कियों को मनचाहा जीवन साथी मिलता है. आपको बता दें कि हरियाली तीज का त्योहार मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान और मध्य प्रदेश में मनाया जाता है.
हरियाली तीज कब है – आपको बता दें कि हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हरियाली तीज सावन महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है और ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक यह त्योहार हर साल जुलाई या अगस्त महीने में आता है. ऐसे में इस बार हरियाली तीज 3 अगस्त को है.
हरियाली तीज की तिथि और शुभ मुहूर्त – हरियाली तीज की तिथि: 03 अगस्त 2019
हरियाली तीज की तिथि आरंभ -: 03 अगस्त 2019 की सुबह 07 बजकर 06 मिनट से.
हरियाली तीज की तिथि समाप्त -: 04 अगस्त 2019 की सुबह 03 बजकर 36 मिनट तक.
कैसे मनाते हैं हरियाली तीज – कहते हैं इस दिन सुहागिन महिलाएं दिन भर व्रत-उपवास करती हैं और इसी के साथ ही इस दिन स्त्रियां सोलह श्रृंगार करती हैं, जिनमें हरी साड़ी और हरी चूड़ियों का विशेष महत्व है. वहीं इस दिन स्त्रियां तीज के गीत गाती हैं और नाचती हैं और हरियाली तीज पर झूला झूलने का भी विधान हैं. वहीं स्त्रियां अपनी सहेलियों के साथ झूला झूलती हैं और कई स्त्रियां अपने पति के साथ झूला झूलती हैं. वहीं शाम के समय भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन के बाद चंद्रमा की पूजा की जाती है और सुहागिन स्त्रियों को श्रृंगार का सामान भेंट करते हैं. इस दिन खासकर घर के बड़े-बुजुर्ग या सास-ससुर बहू को श्रृंगार दान देते हैं और हरियाली तीज के दिन खान-पान पर भी विशेष ज़ोर दिया जाता है. कहते हैं इस दिन स्त्रियां निर्जला व्रत रखती हैं, इस कारण तीज के मौके पर विशेष रूप से घेवर, जलेबी और मालपुए बनाए जाते हैं.