देश का 22वां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रेवाड़ी के गांव माजरा में बन रहा है। माजरा एम्स का टेंडर पिछले साल 30 दिसंबर को फाइनल हो गया था। इसके बाद से ही लगातार एम्स के शिलान्यास की संभावनाएं तलाशी जा रही थी। हरियाणा सरकार लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले एम्स का शिलान्यास कराने के लिए प्रयासरत थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को रेवाड़ी आएंगे और एम्स का शिलान्यास करेंगे। एम्स के साथ ही वे कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने दी।
कस्बा बावल में जुलाई 2015 में आयोजित रैली के दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मनेठी गांव में एम्स बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए मनेठी की पंचायत की तरफ से 210 एकड़ से ज्यादा जमीन दी गई। कई साल ये घोषणा फाइलों में ही अटकी रही। करीब 1 साल तक मनेठी के ग्रामीणों ने एम्स के लिए संघर्ष किया। उसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट में मनेठी में एम्स बनाने की घोषणा की थी, लेकिन इसी बीच वन सलाहकार समिति की तरफ से मनेठी की जमीन को वन क्षेत्र बताते हुए उस पर आपत्ति लगा दी गई।
पर्यावरण विभाग की आपत्ति के चलते इस जमीन को निरस्त कर दिया गया। इसके बाद साथ लगते माजरा गांव के ग्रामीणों ने एम्स के लिए जमीन की पेशकश की। सरकार ने पंचायती जमीन के साथ ही गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण भी किया। 210 एकड़ जमीन मिल चुकी है, लेकिन कई माह से मामला टेंडर के चलते अटका हुआ था। हालांकि, अब एम्स के निर्माण को लेकर टेंडर भी फाइनल हो चुका है। ऐसे में एम्स की राह में नजर आ रही रुकावटें दूर हो चुकी हैं।