हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर की सरकार बने हुए 17 दिन गुजर गए हैं, लेकिन मंत्रिमंडल का गठन अभी तक नहीं हो सका. बीजेपी की सहयोगी जननायक जनता पार्टी, निर्दलीयों को भागेदारी, जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों के बीच मनोहर कैबिनेट का मामला उलझा हुआ है. जबकि, मुख्यमंत्री मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने नतीजे आने के तीसरे दिन ही शपथ ले ली थी.
बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से रविवार को हुई मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मुलाकात के बाद माना जा रहा था कि मंगलवार को हरियाणा की नई कैबिनेट का गठन हो जाएगा.
सूत्रों की मानें तो जेजेपी की डिमांड और महाराष्ट्र में फंसे पेच के चलते मंत्रिमंडल गठन के कार्यक्रम को लटका दिया गया है. माना जा रहा है कि अब अगले दो-तीन दिनों में मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है.
हरियाणा में कुल 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं. प्रदेश के कुल 14 मंत्रियों में से बीजेपी के 8, जेजेपी के 4 और 2 निर्दलीय विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है. सूत्रों की मानें तो बीजेपी अपने सहयोगी जेजेपी को सिर्फ 3 मंत्री पद देना चाहती थी, लेकिन जेजेपी आखिर तक 2 कैबिनेट और 2 राज्यमंत्री बनाने की मांग पर अड़ी हुई है.
यही नहीं जेजेपी की नजर हरियाणा के वित्त, कृषि और गृह जैसे कुछ अहम विभागों पर भी है, पर बीजेपी वित्त और गृह देने पर सहमत नहीं है. इसके चलते पिछले दिनों दुष्यंत चौटाला ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी.