जन्माष्टमी के त्योहार पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रदीप गिल ने अनेकों कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। जन्माष्टमी के त्योहार पर पटियाला चौक कैथल रोड़ व कंडेला गांव में बतौर मुख्य अतिथि प्रदीप गिल पहुंचे। गिल ने कहा आज बहुत अच्छी अनुभूति भगवान के दरबार में आकर के होती हैं, भगवान के दरबार में आकर के मन में एक शांति उतपन्न होती हैं। जहाँ आज भागदौड़ की दुनिया में हम बहुत आगे बढ़ चले हैं कि कुछ चीजें हमारी छुटी चली गई हैं। ऐसे कार्यक्रमों से जुड़कर हम अपने आपको व परमात्मा को जान पाते हैं।
मीडिया से बात करते हुए गिल ने कहा आज भारत वर्ष के लिए बहुत अहम दिन हैं भगवान श्रीकृष्ण की जन्माष्टमी को भगवान के जन्मदिवस के रूप में इस त्योहार को मनाया जाता हैं। जहाँ आज पहले के समय बहुत सारी झांकियां बना करती थी और शहर में जहाँ साईकिल भी नहीं चलती थी वहीं दूर-दूर तक सड़के भरी हुआ करती थी। आज वो सब लुप्त होता जा रहा हैं, आज यहां कंडेला गांव की धरा पर हमारे नोजवान साथियों ने कंडेला गांव में भगवान श्रीकृष्ण की जन्माष्टमी को मनाकर ये दिखा दिया हैं कि आज भी हमारे अंदर हमारी संस्कृति परम पिता परमात्मा के लिए आस्था आज भी हमारे लोगों की हैं। पीछे आपको झांकी नजर आएगी ये बताती हैं कि आज भी लोगो की भगवान के अंदर आस्था हैं। आज मुझको मौका मिला संगठन के साथियों ने मुझको यहाँ बुलाकर के जो आज आहुति डलवाने का काम किया, जन्माष्टमी के दिन मेरी भी यहां हाजरी लगवाई उसके लिए मैं इन सबका शुक्रगुजार हूँ और पूरे हरियाणा वासियों व जींद वासियों को जन्माष्टमी पर्व की भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस की शुभकामनाएं देता हूँ।
गिल ने कहा आज दो कार्यक्रम थे एक पटियाला चौक तो दूसरा अभी कंडेला गांव का कार्यक्रम था। आज जहाँ भगवान श्रीकृष्ण व राधा रानी के प्यारे भजनों का आनंद उठा रहे हैं, मेरा मन तो नहीं था जाने का लेकिन लगातार कार्यक्रमों में मेरा सारा दिन बीतता हैं, आज बहुत अच्छी अनुभूति भगवान के दरबार में आकर के होती हैं, भगवान के दरबार में आकर के मन में एक शांति उतपन्न होती हैं। जहाँ आज भागदौड़ की दुनिया में हम बहुत आगे बढ़ चले हैं कि कुछ चीजें हमारी छुटी चली गई हैं। ऐसे कार्यक्रमों से जुड़कर हम अपने आपको व परमात्मा को जान पाते हैं।