अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव इस बार सात से 24 दिसंबर को मनाया जाएगा, जिसके मुख्य कार्यक्रम 17 दिसंबर से शुरू होंगे। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ इन कार्यक्रमों का गीता पूजन के साथ विधिवत रूप से शुभारंभ करेंगे। उपराष्ट्रपति ब्रह्मसरोवर के पवित्र जल का आचमन भी करेंगे। इसी दिन उपराष्ट्रपति कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार का भी उद्घाटन करेंगे।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने महोत्सव को लेकर तैयारी तेज कर दी है, जिसके चलते अधिकारिक स्तर पर बैठकों का भी दौर चल रहा है। इस बार महोत्सव सात दिसंबर से 24 दिसंबर तक चलेगा। सात दिसंबर से ब्रह्मसरोवर तट पर शिल्प व सरस मेला लगेगा जबकि मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में मुख्य पंडाल सजाया जाएगा। इस बार महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 17 से 24 दिसंबर तक आठ दिन के होंगे।
इस वर्ष गीता जयंती 23 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन दीपोत्सव, दीपदान, सांस्कृतिक कार्यक्रम और 18 हजार विद्यार्थियों का वैश्विक गीता पाठ होगा। उधर, महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों को अभी अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है, जिसके चलते अभी भी इन कार्यक्रमों में आने वाले बड़े चेहरों को लेकर कौतूहल बना हुआ है।
महोत्सव में अब तक आ चुके तीन राष्ट्रपति
महोत्सव में अब तक तीन राष्ट्रपति धर्मनगरी आ चुके हैं जबकि एक राष्ट्रपति का कार्यक्रम एन मौके पर रद्द करना हुआ था। महोत्सव में जहां वर्ष 2017 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहुंचे थे तो वहीं पिछले वर्ष ही राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू मुख्यातिथि के तौर पर पहुंची थी। यही नहीं 2018 में मॉरीशस के राष्ट्रपति भी महोत्सव में शामिल हुए थे। वर्ष 2016 में भी तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यक्रम तय हो गया था और जिस दिन उन्हें यहां पहुंचना था तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के चलते उनका कार्यक्रम रद्द हुआ था।
ये होंगे महोत्सव के मुख्य आकर्षण
केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने कहा कि इस वर्ष भी हरियाणा पैवेलियन, जनसंपर्क विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी, हरियाणवी सांस्कृतिक कार्यक्रम, अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार, 18 हजार बच्चों का वैश्विक गीता पाठ, गीता रन, शैक्षणिक गतिविधियों, महाआरती, दीपदान, गीता शोभायात्रा, पुस्तक मेला, संत सम्मेलन, हरियाणा पैवेलियन, भजन संध्या, 48 कोस तीर्थ सम्मेलन, संत सम्मेलन, फूड फेस्टिवल, जीओआई टैग प्रदर्शनी, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं द्वार प्रदर्शनी, ऑनलाइन गीता क्विज के साथ-साथ स्कूली विद्यार्थियों की विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा।
असम होगा सहभागी राज्य, कलाकार बांधेंगे समां
इस बार महोत्सव में राज्य सहभागी असम रहेगा, जिसकी ओर से ब्रह्मसरोवर तट पर पैवेलियन लगाया जाएगा। इसमें असम के खानपान से लेकर वहां की सभ्यता एवं संस्कृति के दर्शन भी होंगे। यही नहीं असम से विशेष कलाकार भी यहां अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इसके लिए सोमवार को असम से अधिकारियों का एक दल ब्रह्मसरोवर तट पर जायजा लेने के लिए पहुंचा। केडीबी अधिकारियों के साथ बैठक भी की तो कार्यक्रम सफल बनाने को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।