26 जनवरी के दिन हुई हिंसा के बाद से किसान आंदोलन ठंडा पड़ते दिख रहा था, लेकिन गुरुवार को गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत के रोने के बाद माहौल फिर बदल गया है. इस बीच उनके भाई नरेश टिकैत ने मुजफ्फरपुर में शुकवार को महापंचायत करने का ऐलान किया है.
देर रात नरेश टिकैत ने ट्वीट करके कहा कि चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के बेटे और मेरे छोटे भाई राकेश टिकैत के ये आंसू व्यर्थ नहीं जाएंगे. सुबह महापंचायत होगी और अब हम इस आंदोलन को निर्णायक स्थिति तक पहुंचा कर ही दम लेंगे.
एक अन्य ट्वीट में नरेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा के गांव-गांव से किसान भाई गाजीपुर बॉर्डर की तरफ चल पड़े हैं. अब तो तीनों काले कानूनों का निपटारा करके ही घर लौटेंगे. बाबा टिकैत का एक-एक सिपाही दिल्ली कूच करे!
प्रशासन के निशाने पर आए किसान नेता राकेश टिकैत को RLD का साथ मिला है. RLD नेता अजित सिंह ने राकेश टिकैत से बात की और कहा कि आप चिंता मत करिए, सब आपके साथ हैं. अजित सिंह और राकेश टिकैत की बातचीत की जानकारी अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी ने दी. उन्होंने कहा कि अजित सिंह ने संदेश दिया है कि चिंता मत करिए, किसान के लिए जीवन मरण का प्रश्न है. सबको एक होना है, साथ रहना है.
गाजीपुर बॉर्डर पर फिर से एक बार किसान जुटने लगे हैं. यहां मेरठ, बड़ौत, बागपत, मुरादनगर से किसान पहुंच रहे हैं. राष्ट्रीय जाट महासंग भी गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को अपना समर्थन देने के लिए पहुंच रहा है. संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रोहित जाखड़ का कहना है कि ये किसानों की लड़ाई है. सुबह तक हजारों किसान एक बार फिर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचेंगे.