दक्षिण अफ्रीका के डरबन में आयोजित 11वीं कॉमनवेल्थ कराटे चैंपियनशिप में हरियाणा के अंबाला जिले के मुलाना क्षेत्र की सिमरप्रीत कौर ने कराटे में कांस्य पदक हासिल कर देश का नाम गौरवान्वित किया है। इस प्रतियोगिता में 19 देशों के सैकड़ों खिलाड़ियों ने भाग लिया।
सिमरप्रीत ने अंडर-50 किलोग्राम वर्ग कराटे में भाग लेते हुए अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराया और कांस्य पदक पर कब्जा किया। उनकी इस उपलब्धि से न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश का मान बढ़ा है। सिमरप्रीत की सफलता पर उनके गांव गोली की गुरुद्वारा सभा ने उनके भव्य स्वागत की तैयारी की। यह प्रदर्शन साबित करता है कि ग्रामीण क्षेत्र की बेटियां भी खेलों में विश्वस्तरीय प्रदर्शन कर सकती हैं।
सिमरप्रीत ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अंबाला स्थित एम.एम. इंटरनेशनल स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने मुलाना स्थित यूनाइटेड मार्शल आर्ट एकेडमी में कराटे का प्रशिक्षण लिया। उन्होंने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से बी.ए. किया और फिर लिजेंट कराटे क्लब पुंडरी में दाखिला लिया।यहां रहते हुए उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते।
सिमरप्रीत ने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच विकास बलवाल और अपने परिवार को दिया है. उन्होंने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि कोच विकास बलवाल ने उन्हें कराटे में सही दिशा और मार्गदर्शन दिया. विकास बलवाल ने भी 50 किलो भार वर्ग में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है।