देश में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने देश में कोरोना की स्थिति को लेकर जानकारियां दीं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत में 76 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। अब तक 2000 लैब्स की मदद से लगभग 11 करोड़ 17 लाख कोरोना टेस्ट हो चुके हैं। रिकवरी दर 92 फीसदी है।
भूषण ने बताया कि जब से कोरोना शुरू हुआ है तबसे लेकर अब तक कुल पॉजिटिविटी रेट 7.4 फीसदी है। देश में प्रति लाख की आबादी में कोरोना के 5,991 मामले सामने आ रहे हैं। दुनिया में प्रति 10 लाख की आबादी पर 5,944 मामले रिपोर्ट हुए हैं। भूषण ने कहा, साप्ताहिक सकारात्मकता दर 4.4 फीसदी है जबकि दैनिक सकारात्मकता दर 3.7 फीसदी है।
मंत्रालय ने कहा कि प्रति 10 लाख की आबादी पर भारत में 89 लोगों की मौत हुई है, जबकि दुनियाभर में प्रति 10 लाख की आबादी पर 154 मौतें हुई हैं। देश में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 5,41,405 हो चुकी है, यह दिखाता है कि हमारे अस्पतालों पर अनावश्यक बोझ नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव भूषण ने कहा कि पिछले सात हफ्तों में साप्ताहिक नए मामलों में बड़ी गिरावट आई है। अस्पतालों के नेटवर्क पर कम दबाव है। उन्होंने कहा कि टेस्ट, ट्रैक, ट्रेस और ट्रीट पर ध्यान देने की जरूरत है। जो स्थित देश में बेहतर हुई, इसे बचाकर रखने की जरूरत है। मास्क बहुत बड़ा सुरक्षा कवच है। इसका इस्तेमाल हमनेशा करना है।
भूषण ने कहा कि कुछ राज्यों में अक्तूबर के मुकाबले नवंबर में पॉजिटिव मामले बढ़े हैं। मणिपुर में 2000 से बढ़कर 3500, दिल्ली में 26000 से 33000, केरल में 77000 से 86000 और पश्चिम बंगाल में 26000 से बढ़कर 36000 हुए हैं।