मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल में ला देने वाले हनी ट्रैप केस ने सत्ता से लेकर विपक्ष सबी को बेनकाब कर दिया। इस मामले में पकड़ी गई पांच महिला मेें से एक आरोपी महिला ने पुलिस हिरासत में कांच से कलाई काट ली।

उसने पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। पीड़िता के वकील ने पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर अपनी मुवक्किल द्वारा यह कदम उठाने का आरोप लगाया है, मगर जिला अभियोजन अधिकारी ने किसी भी महिला के घायल होने से इनकार करते हुए इसे दबाव बनाने की रणनीति करार दिया है।
कोर्ट ने पांचों महिला आरोपियों को न्यायिक हिरासत में 14 अक्तूबर तक जेल भेजने का आदेश दिया है। पुलिस ने रिमांड पूरा होने के बाद श्वेता स्वप्निल जैन (48), श्वेता विजय जैन (39), आरती दयाल (29), मोनिका यादव (19) और बरखा सोनी (34) को मंगलवार को जुडिशियिल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास (जेएमएफसी) मनीष भट्ट की अदालत में पेश किया था। कोर्ट ने पांचों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
कोर्ट के बाहर श्वेता विजय जैन के वकील धर्मेंद्र गुर्जर ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि पूछताछ के दौरान पुलिस ने उनकी मुवक्किल के साथ बुरी तरह मारपीट की है।
आरोपी के वकील ने आरोप लगाया कि श्वेता को पुलिस ने मानसिक रूप से भी इतना उत्पीड़ित किया है कि उसने बाथरूम में शीशे से अपनी कलाई काटकर जान देने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं है।
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