इस्राइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से तीसरी बार फोन पर बात की। इस बातचीत की जानकारी नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर दी।
अमेरिकी हथियारों से लदा पहला विमान मंगलवार की शाम दक्षिणी इस्राइल में उतरा। इस्राइल के रक्षा बल (आईडीएफ) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी।
उन्होंने लिखा, ‘यूएस हथियारों से लदा हुआ पहला विमान दक्षिणी इस्राइल के नेवाटिम एयरबेस में शाम को पहुंचा।’ हालांकि, आईडीएफ ने हथियारों के प्रकार या सैन्य उपकरणों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। जैसे ही इस्राइल ने हमास के विरोध में युद्ध छेड़ा है, अमेरिका ने हथियार पहुंचाना शुरू कर दिया है।
नेतन्याहू ने की बाइडन से बात
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से तीसरी बार फोन पर बात की। इस बातचीत के बाद नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, ‘मैंने बाइडन को बताया कि हमास आईएसआईएस से भी बदतर है और उनके साथ उसी तरह से व्यवहार किया जाना चाहिए।’
इस दौरान बाइडन ने बताया कि अमेरिका, इस्राइल के साथ खड़ा है और इस्राइल का पूरा समर्थन करता है। इस पर इस्राइली प्रधानमंत्री ने बाइडन का धन्यवाद किया। नेतन्याहू ने बताया कि बातचीत के बाद से ही हमास की बर्बरता और भी ज्यादा बढ़ गई है। उन्होंने दर्जनों बच्चों का अपहरण कर लिया और उन्हें जला दिया। सैनिकों के सिर काट दिए। हमने इस्राइल के पूरे इतिहास में ऐसी बर्बरता इससे पहले नहीं देखा था।
आईडीएफ ने बताया कि हमास के खिलाफ इस हमले को पूरे चार दिन हो गए। पीएम नेतन्याहू ने हमास को धमकी देते हुए कहा, ‘इस्राइल ने यह युद्ध शुरू नहीं किया है, लेकिन इस्राइल इसे खत्म करेगा।’ हमास ने सात अक्तूबर को इस्राइल पर हवाई हमला किया था, जिसमें अबतक 1200 इस्राइलियों की मौत हो चुकी है। वहीं 2800 से ज्यादा घायल है।