देश के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे की मां से ढाई करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस वारदात को उनके केयरटेकर ने अंजाम दिया। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि इस मामले की जांच के लिए नागपुर पुलिस ने एसआईटी गठित की है।
जानकारी के मुताबिक, सीजेआई एसए बोबडे की मां मुक्ता बोबडे नागपुर में आकाशवाणी स्क्वॉयर के पास स्थित सीडन लॉन की मालकिन हैं। यह लॉन शादी-समारोह समेत अन्य कार्यक्रमों के लिए किराए पर दिया जाता है। बताया जा रहा है कि बोबडे परिवार ने तापस घोष को 2007 में सीडन लॉन का केयरटेकर बनाया था। उसे अच्छी-खासी सैलरी दी जाती थी और बुकिंग पर कमीशन भी मिलता था।
गौरतलब है कि मुक्ता बोबडे की उम्र काफी ज्यादा हो चुकी है और उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है। इसका फायदा तापस घोष और उसकी पत्नी ने उठाया। उन्होंने पैसों के लेन-देन में हेराफेरी कर दी और सीजेआई एसए बोबडे की मां को करीब ढाई करोड़ रुपये की चपत लगा दी।
जानकारी के मुताबिक, इस ठगी का खुलासा होना आसान नहीं था, लेकिन लॉकडाउन ने तापस घोष की पोल खोलकर रख दी। दरअसल, वह लोगों से लॉन बुक करने के ज्यादा पैसे वसूलता था और मुक्ता बोबडे को कम रकम सौंपता था। लॉकडाउन के दौरान कई बुकिंग रद्द हो गईं। ऐसे में लोगों को उनका पूरा पैसा नहीं मिला। ग्राहकों ने इसकी शिकायत मुक्ता बोबडे से की तो उन्हें धोखाधड़ी का पता लगा, जिसके बाद पुलिस से शिकायत की गई।
पुलिस ने इस मामले को प्राथमिकता पर लिया और एक एसआईटी बना दी। जांच में पता लगा कि तापस ने लॉन बुक किया, लेकिन उसका पैसा बोबडे परिवार को नहीं दिया। इसके अलावा आरोपी केयरटेकर ने कई ग्राहकों को कथित रूप से जाली रसीदें भी दी थीं।