वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा बजट भाषण में मोदीकेयर जैसी राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा की घोषणा के साथ यह लगने लगा था कि केंद्र सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति काफी गंभीर हो गई है, लेकिन हकीकत इसके काफी उलट है। वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए स्वास्थय सेवाओं को मिलने वाली आवंटन राशि में काफी कटौती की है। नए मेडिकल कॉलेज खोलने पर पड़ी सबसे ज्यादा मार
जेटली ने सबसे ज्यादा मार नए मेडिकल कॉलेज खोलने और पहले से मौजूद जिला अस्पतालों को अपग्रेड करने की धनराशि पर मार मारी है। जहां जेटली ने एक तरफ 24 नए मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी, वहीं आवंटन राशि में 12.5 फीसदी की कटौती कर दी है।
जेटली ने सबसे ज्यादा मार नए मेडिकल कॉलेज खोलने और पहले से मौजूद जिला अस्पतालों को अपग्रेड करने की धनराशि पर मार मारी है। जहां जेटली ने एक तरफ 24 नए मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी, वहीं आवंटन राशि में 12.5 फीसदी की कटौती कर दी है।