कचहरी डाकघर में वकीलों व कर्मचारियों के बीच हुई मारपीट के विरोध में डाकघर में मंगलवार को भी ताला अभी तक बंदी है। यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। यदि स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री करने या आधार कार्ड बनवाने के लिए आप भी वहां जाना चाह रहे हैं तो न जाइए, क्योंकि यहां हड़ताल के कारण कामकाज ठप रहेगा।
मारपीट के विरोध में सोमवार को डाक कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया था। प्रधान डाकघर समेत जिले के सभी डाकघरों में ताला बंद रहा। डाकियों ने डाक का वितरण भी नहीं किया। जमा निकासी के साथ ही स्पीड पोस्ट, रजिस्टरी जैसी सभी सेवाएं ठप रही। इसमें कौशांबी के भी कर्मचारी शामिल रहे।
शनिवार को कचहरी डाकघर में वकीलों व डाक कर्मियों के बीच मारपीट हुई थी। इसके विरोध में जिले के डाक कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया। अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ, राष्ट्रीय डाक कर्मचारी संघ व भारतीय डाक कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मचारियों ने प्रधान डाकघर का ताला नहीं खुलने दिया। गेट के बाहर सैकड़ों की संख्या में जुटे डाक कर्मचारियों ने वकीलों के विरोध में प्रदर्शन किया। संघ के संरक्षक व वरिष्ठ कर्मचारी नेता टीपी मिश्र ने कहा कि डाकघरों में कर्मचारियों की सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में काम करना चुनौती पूर्ण है। आए दिन कर्मचारियों के साथ मारपीट होती रहती है।
डाकघर में वकीलों व कर्मचारियों में हुई मारपीट में डाक विभाग की कितनी क्षति हुई यह देखने एक टीम निरीक्षण करने मौके पर पहुंचेगी। प्रवर डाक अधीक्षक संजय डी. अखाड़े ने बताया इस संबंध में जिलाधिकारी से बात हुई। डाकघर में कितना नुकसान हुआ यह रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी, ताकि उसका रिकवरी हो सके।