टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बीसीसीआई सीईओ पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों और सीओए की कार्यप्रणाली पर गंभीर बयान दिया है। गांगुली ने भारतीय क्रिकेट की प्रतिष्ठा और प्रशासन समिति के रवैये को लेकर बोर्ड को मेल किया है।
गांगुली ने क्रिकेट की गवर्निंग बॉडी को एक संदेश लिखा, ‘भारतीय क्रिकेट खतरे में है और जिसकी वजह दिशाहीन क्रिकेट प्रशासन है। सौरव गांगुली ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों की समिति (सीओए) पर सवाल उठाते हुए कहा है कि उससे टीम इंडिया को खतरा है।
गांगुली ने मंगलवार को बीसीसीआई के तीन आला अधिकारियों अमिताभ चौधरी, अनिरुद्ध चौधरी और सीके खन्ना को संदेश लिखा। इसमें गांगुली ने लिखा है, ‘मैं ये ईमेल आपको इसलिए लिख रहा हूं क्योंकि भारतीय क्रिकेट खतरे में है। मैंने काफी समय तक क्रिकेट खेला है। हमारी जिंदगी हार और जीत में गुजरी है और भारतीय क्रिकेट की छवि हमारे लिए बेहद जरूरी है। मगर जिस तरह से हमारा क्रिकेट बढ़ रहा है उससे मुझे डर लग रहा है।’
सौरव गांगुली ने इस चिट्ठी में सीओए के काम करने के तरीकों और राहुल जौहरी पर लगे मीटू के आरोपों से जोड़ते हुए कहा, ‘मैं नहीं जानता कि आखिर इस मामले के लिए कौन जिम्मेदार है, लेकिन भारतीय क्रिकेट की गवर्निंग बॉडी पर देश के फैंस को काफी भरोसा है।’