सौंफ को मशालों के साथ भी महत्वपूर्ण प्रकार से उपयोग किया जाता है, और साथ ही देखा जाये तो अचार में अगर सौंफ का उपयोग न किया जाये तो उसका स्वाद अधूरा ही रहता है। और अनेक प्रकार की सब्जियों के साथ-साथ जैसे भरवां सब्जी आदि में विशेषतः डाला जाता है. सौफ को चबाने से हमारी पाचन क्रिया अच्छी बनी रहती है, और मुँह से आने वाली दुर्गन्ध को भी दूर करता है. गला खराब होने पर सौंफ, मिश्री व कालीमिर्च समान मात्रा में चबाने पर गला साफ हो जाता है। सौंफ को आंवले के चूर्ण को बराबर मात्रा में पीसकर लेने से मधुमेह जैसी बीमारी से छुटकारा भी पाया जा सकता है। सुबह, सौंफ का पानी पिने से हमारे शरीर की गर्मी भी कम होती है, सौंफ तासीर ठंडी चीज होती है जो की लगातार उपयोग से शरीर में अकड़न नही ला सकती है, भोजन होने के बाद स्वाद बढ़ाने के लिए, सीखी सौंफ पर हल्का सा नमक और हल्दी डालकर उपयोग करने से तंदुरुस्ती मिलती. देखा जाये तो सौंफ के ज्यादा फायदे ही है, हमारे देश में तो इसे पान के साथ अनिवार्य रूप से लिया है, बच्चो के लिए सौफ को रंगबिरंगी प्रकार से बनाया जाता है.
गर्मी के दिनों में पिए सौंफ की बनी शरबत :
सौंफ को गर्मी के दिनों में शरबत बनाकर पिया जाता है जिससे शरीर की गर्मी कम होती है, इसे बनाने की विधि बहुत ही सरल है.
बनाने की विधि :
250 ग्राम सौंफ को चार गिलास पानी में भिगो कर रखे। सौंफ का अर्क अच्छी तरह मिल जाने पर इसे छान लें, फिर इसमें 100 ग्राम चीनी मिलाकर, और इसमें बर्फ मिलाकर ठंडा करने के बाद इसका सेवन करे यह शरीर को ठंडक देगा.