अगर बात करें कानुन की तो भारत में सेक्स वर्कर पर पावंदी लगाई हुई है। मगर फिर देश में कुछ ऐसे राज्य हैं जहां सेक्स वर्कर पुरी तरह चिंता से मुक्त अपना जिश्म बेच रही हैं। बात करें राजस्थान की तो इस राज्य में तो एक ऐसा पुरा गांव है। जहा पर लड़कियों का सपना एक बड़ा डाक्टर या जज बनना नहीं बल्कि सेक्स वर्कर बनना है।कुछ लोगों का दावा है कि ये लोग इस काम को किसी मजबुरी या किसी के दवाब में नबीं करते बल्कि अपनी मर्जी से इस काम को अपना खानदानी पेशा मानते हैं। एक ऐसा ही गांव मध्यप्रदेश में भी है जहां पर लोग अपने परिवार की महिलाओं के लिए ग्राहक ढुंड कर लाते हैं और अपना घर चलाते हैं।
राजस्थान के भरतपुर इलाके में एक समुदाय है जो मात्र 14 से 20 साल की लड़कियों को बतौर सेक्स वर्कर पेश करते हैं। दरअसल, यहां की महिलाएं मानती हैं कि ‘सेक्स उनका खानदानी धंधा‘ है जिसे और बढ़ाने के लिए और भी लड़कियों को प्रोतसाहित किया जाता है।
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इस समुदाय की एक महिला पुरे दिन में करीब 1200 से 2000 रुपए कमा लेती है। जयपुर नेश्नल हाईवे के पास में ही इस समुदाय के कई परिवार रहते हैं। जहां पास की सड़क पर महिलाएं अपने लिए ग्राहकों का इंतजार करती हैं।
इस समुदाय की एक महिला ने बताया कि जब उसने पहली बार किसी ग्राहक को खुद के पास देखा था तो वो मात्र 10 साल की थी। उसने बताया कि उस रात के बदले उस बिजनेसमैन ने मेरे परिवार को 10 हजार रुपए दिए थे। महिला ने आगा बताते हुआ कहा कि आज भी 10 हजार की किमत सबसे ज्यादा होती है। जिस वजह से जो इतनी बड़ी रकम पाता है उसे सभी इज्जत के साथ देखते हैं।
हाल ही में जारी की गई एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कुछ सालों पहले इस इलाके में इस समुदाय से जुड़े कई परिवार यहां से चले गए थे। दरअसल, रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इस समुदाय को कुछ लोग परेशान करते थे जिस वजह से उन्होंने यहा से जाने का फैसला किया था।
यहां बात चीत करने पर जानकारी मिली की कुछ महिलाओं को सेक्स करने के लिए परिवार द्वारा दवाब बनाया जाता है ताकि घर चल सके। इस काम के अलावा वहां रहने वाले लोग कुछ और काम नहीं करते। मगर पुरषों का बावा है कि यहां की बेटियों को पुरी छुट होती है कि उन्हें यहा ये काम करना है या फिर शादी।