72,000 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंचने के बाद सेंसेक्स बुधवार को 1,100 अंक से अधिक लुढ़क गया। आखिरकार सेंसेक्स 930 अंकों की गिरावट के साथ 70,500 के करीब बंद हुआ जबकि निफ्टी में इस दौरान 303 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। शेयर बाजार में इस गिरावट के कारण बीएसई के निवेशकों को करीब 9.1 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया।
बुधवार को सेंसेक्स 930.88 (1.30%) अंकों की गिरावट के साथ 70,506.31 के स्तर पर जबकि निफ्टी 302.95 (1.41%) अंक टूटकर 21,150.15 के लेवल पर बंद हुआ।
बुधवार के कारोबार के बाद सेंसेक्स के 30 शेयरों का हाल

निफ्टी मिडकैप और निफ्टी स्मॉलकैप सूचकांकों में तेज गिरावट दिखी। दोनों में 3% से अधिक की गिरावट आई। इस दौरान सभी सेक्टोरल इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए। ऑटो, मीडिया, मेटल, पीएसयू बैंक और रियल्टी शेयरों में बड़ी गिरावट दिखी।
अदाणी पोर्ट्स और अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में छह-छह प्रतिशत का नुकसान
अदाणी पोर्ट्स और अदाणी एंटरप्राइजेज दोनों ही कंपनियों के शेयरों को करीब 6% का नुकसान हुआ, जबकि टाटा स्टील के शेयर 5% कमजोर हुए। एसबीआई और टाटा मोटर्स में 3-3% की गिरावट आई, जबकि आरआईएल में 1% से अधिक की गिरावट आई। निफ्टी के 50 में से 46 शेयर लाल निशान पर बंद हुए।
बुधवार के कारोबारी सेशन के दौरान रिलायंस पावर के शेयर 10 पर्सेंट नीचे आए, आईआरएफसी और आईआरसीटीसी के शेयर सात से आठ प्रतिशत तक गिरे वहीं यस बैंक और वोडाफोन आइडिया के शेयरों में भी छह से सात प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
निफ्टी के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स शेयर ये रहे

प्रतिशत के लिहाज से निफ्टी में आज की गिरावट 26 अक्टूबर के बाद एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। पिछले एक महीने में, यह सूचकांक 1,400 अंक या लगभग 7.2% से अधिक चढ़ा है और नवंबर 2023 निफ्टी के लिए सबसे अच्छा महीना साबित हुआ है।
कोविड सब-वेरिएंट जेएन.1 के बढ़ते मामलों पर भी बाजार की नजर
भारत में कोविड सब-वेरिएंट जेएन.1 के बढ़ते मामलों पर भी बाजार की नजर बनी रही। केरल में कल कोविड-19 के 292 नए सक्रिय मामले सामने आए और तीन मौतें हुईं। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा की और कोरोनोवायरस के उभरते वेरिएंट्स के खिलाफ सतर्क रहने पर जोर दिया। हालांकि इस दौरान शेयर बाजार के फार्मा इंडेक्स में भी एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई।
बाजार के मूड में अचानक आए बदलाव ने प्रतिभागियों को आश्चर्यचकित कर दिया क्योंकि सभी वैश्विक और घरेलू संकेत सकारात्मक बने हुए थे। जापान का निक्केई 225 1.5% की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था, वहीं, लंदन का एफटीएसई 100 1% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। अमेरिका के 10 साल और दो साल के बॉन्ड प्रतिफल में 100-100 आधार अंक से अधिक की गिरावट आई जबकि ब्रेंट क्रूड ऑयल 80 डॉलर के स्तर से नीचे कारोबार करता दिखा।
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