मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को भागलपुर जेल से पंजाब के पटियाला जेल में शिफ्ट करने के लिए बुधवार देर रात रवाना कर दिया गया.
बालिका गृह कांड की सुनवाई करते हुए मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने ब्रजेश ठाकुर को पटियाला जेल शिफ्ट करने के आदेश दिए थे. सुनवाई के दौरान बालिका गृह कांड की जांच कर रही सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को इस बात की जानकारी दी कि भागलपुर जेल में रहकर बृजेश ठाकुर इस केस की जांच को प्रभावित कर रहा है जिसके बाद कोर्ट ने बृजेश ठाकुर के जेल को बदलने का आदेश दिया.
बुधवार की रात कड़ी सुरक्षा के बीच बृजेश ठाकुर को बड़े ही गुपचुप तरीके से भागलपुर जेल से बाहर निकाला गया और फिर पुलिस वैन में बैठाकर रेलवे स्टेशन लाया गया. सूत्रों के मुताबिक तकरीबन एक दर्जन पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के बीच बृजेश ठाकुर को आम्रपाली एक्सप्रेस से पटियाला के लिए रवाना किया गया.
इस बीच गुरुवार सुबह ब्रजेश ठाकुर से मिलने उनकी मां मनोरमा देवी और बहनोई मुजफ्फरपुर जंक्शन पहुंचे. मां के आग्रह पर उन्हें मिलने दिया गया, लेकिन उनके अलावा किसी और को ब्रजेश ठाकुर की सीट तक जाने नहीं दिया गया. सुरक्षाकर्मी बार-बार ब्रजेश की सुरक्षा का हवाला दे रहें थे. ट्रेन 5 बजकर 52 मिनट पर अमृतसर के लिए रवाना हुई.
सूत्रों के मुताबिक ब्रजेश ठाकुर शुक्रवार को पटियाला पहुंचेगा जिसके बाद उसे जेल में शिफ्ट कर दिया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार मुजफ्फरपुर कोर्ट में बालिका गृह कांड में चल रही सुनवाई में ब्रजेश ठाकुर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होना पड़ेगा.
बालिका गृह कांड में गिरफ्तार होने के बाद से ही बृजेश ठाकुर मुजफ्फरपुर जेल में बंद था मगर इस मामले की जांच को वह लगातार प्रभावित कर रहा था जिसकी वजह से पहले तो उसे मुजफ्फरपुर से शिफ्ट कर भागलपुर जेल भेजा गया और फिर मंगलवार को पटियाला जेल भेजने का आदेश सुनाया गया.