सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी जानी है। यह जमीन लेनी है या नहीं, इस पर फैसले के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड ने सोमवार को सभी आठ सदस्यों की बैठक बुलाई है। सूत्रों के अनुसार बोर्ड के चेयरमैन जुफर फारूकी पहले से ही इस जमीन को लेने के साथ अस्पताल व शिक्षण संस्थान के पक्ष में हैं।
बोर्ड के दो सदस्यों को छोड़कर बाकी छह सदस्य चेयरमैन के भरोसेमंद माने जा रहे हैं। ऐसे में पूर्व में रिव्यू याचिका दाखिल न करने के निर्णय की तरह इस बार भी बोर्ड के चेयरमैन की मंशा के अनुरूप ही फैसला होने की संभावना है।
लोगों की राय को तवज्जो
शीर्ष अदालत के फैसले के बाद सुन्नी वक्फ बोर्ड को कई लोगों ने मस्जिद के साथ अस्पताल व किसी बड़े शैक्षणिक संस्थान का निर्माण कराने की राय दी थी। तब चेयरमैन फारूकी ने इस राय को रिकॉर्ड में शामिल कर नवंबर में संपन्न हुई बोर्ड बैठक में शामिल करने का निर्णय लिया था। चूंकि तब तक मस्जिद के लिए जमीन चिह्नित नहीं थी, इसलिए बोर्ड कोई फैसला नहीं ले सका था। चेयरमैन का मानना रहा है कि मस्जिद के लिए जमीन खासी बड़ी है। इसलिए इस पर समाज को फायदा देने वाले संस्थानों का भी निर्माण कराया जाना चाहिए।