जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर आतंकियों के खिलाफ सेना का अभियान जारी है. हमले में सेना के 5 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि चार आतंकियों को मार गिराया गया है.आर्मी कैंप पर हमले पर डिफेंस पीआरओ ने बताया है कि 3 आतंकियों के शव बरामद किए गए हैं और इस हमले में 5 जवानों की शहादत हुई है. जबकि एक जवान के पिता की भी मौत हुई है. उन्होंने बताया कि आतंकियों के अटैक में महिला और बच्चों समेत 10 लोग घायल भी हुए हैं. कैंप के अंदर सेना का ऑपरेशन अभी भी जारी है.
रविवार को NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम सुंजवां आर्मी स्टेशन पहुंची और एहतियात के तौर पर दमकल की गाड़ियां भी मंगाई गई हैं.
दिल्ली लौट रहे हैं सेना प्रमुख बिपिन रावत
उधर, आर्मी कैंप में चल रहे ऑपरेशन की स्थिति का जायजा लेने के बाद सेना प्रमुख दिल्ली लौट रहे हैं. रविवार की सुबह सेना प्रमुख बिपिन रावत ने रक्षामंत्री को इस बारे में जानकारी दी. सुंजवां हमले में सेना के एक शहीद जवान के पिता भी मारे गए हैं, जो जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा के रहने वाले हैं.
सेना पर हमें पूरा भरोसाः राजनाथ
दिल्ली लौटने के बाद सेना प्रमुख अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस मसले पर बैठक करेंगे. दूसरी ओर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सेना अभी आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है, ऐसे में कोई भी टिप्पणी करना ठीक नहीं होगा. उन्होंने कहा कि हमें सेना पर पूरा भरोसा है.
सेना के 2 अफसरों समेत 11 लोग घायल
बता दें कि जम्मू के सुंजवां में सेना ब्रिगेड हेडक्वार्टर पर हुए हमले में पांच जवानों सहित 6 लोग शामिल हैं. इसी आतंकी हमले में शहीद हुए सेना के जवान मुहम्मद इकबाल के पिता भी शामिल हैं. शनिवार सुबह से जारी इस आतंकी हमले में अभी तक 4 आतंकी भी मारे गए हैं, जबकि सेना के 2 अफसरों समेत 11 लोग घायल हैं.
गौरतलब है कि जैश के आतंकियों ने सुंजवां में सेना के ब्रिगेड हेडक्वार्टर पर हमला बोला था और सेना के फैमिली क्वार्टर्स में शरण ली थी. दहशतगर्दों के खात्मे के लिए आर्मी ने इलाके की मजबूत घेराबंदी की है. साथ ही सुरक्षा बलों ने इस ऑपरेशन में चार एपीसी (आर्म्ड पर्सनल कैरियर) वाहन उतारे हैं. वहीं, पूरे जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों की आशंका के चलते हाई अलर्ट घोषित किया गया है.
शनिवार सुबह से चल रहा है ऑपरेशन
आतंकियों के खिलाफ यह ऑपरेशन शनिवार से ही चल रहा है. अब तक सुरक्षाबल कैंप के अंदर रिहायशी इलाके में छिपे चार आतंकियों को ढेर कर चुके हैं. इनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुआ है. साथ ही पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का झंडा भी मिला है. बताया जा रहा है कि आतंकी सेना की वर्दी में आए थे.
फैमिली क्वार्टर में छिपे थे आतंकी
जम्मू कश्मीर लाइट इंफैंट्री की 36 ब्रिगेड के कैंप में शनिवार सुबह करीब पांच बजे आतंकियों की मूवमेंट देखी गई थी. आतंकियों ने कैंप में मौजूद जवानों और उनके परिवारों को भी निशाना बनाया.
सेना के अधिकारी ने शनिवार को बताया कि सूबेदार मदनलाल चौधरी और हवलदार हबीबुल्ला कुरैशी शहीद हो गए. ये दोनों जवान कश्मीर के रहने वाले थे. आतंकी हमले के बाद सेना ने मोर्चा संभाला. साथ ही पैरा कमांडो के साथ फौज की स्पेशल टीम को भी आतंकियों के खात्मे के लिए बुला लिया गया. ये आतंकी सुंजवां आर्मी कैंप के फैमिली क्वॉर्टर में छिपे हुए थे, जिसके बाद क्वार्टर खाली कराए गए और सेना ने ऑपरेशन में टैंक का इस्तेमाल किया.
सेना के दो JCO शहीद, नौ लोग घायल
जम्मू कश्मीर लाइट इंफैंट्री की 36 ब्रिगेड के कैंप पर हुए इस आतंकी हमले में दो जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) शहीद हो गए, जबकि एक मेजर समेत छह लोग घायल हो गए. सेना अधिकारी ने बताया कि इस आतंकी हमले में सूबेदार मदनलाल चौधरी और हवलदार हबीबुल्ला कुरैशी शहीद हो गए हैं, जबकि हमले में सेना के चार जवान, पांच महिलाओं और बच्चों सहित कुल नौ लोग घायल हुए. उन्होंने कहा कि सेना के दो घायल जवानों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. करीब 15 महीने पहले भी जम्मू क्षेत्र में इस तरह का हमला हुआ था.
पाकिस्तान में रची गई साजिश
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद में मसूद अजहर और हिजबुल चीफ सल्लाउद्दीन के बीच बैठक में इस हमले की साजिश रची गई थी. आजतक के पास साजिश रचने का ऑडियो भी मौजूद है, जिसमें जैश सरगना और उसके गुर्गे रउफ असगर की बातचीत में हमले का खुलासा हुआ है.
सेना का बयान
जम्मू स्थित सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने शनिवार को बताया, ‘सेना ने हथियारों से लैस दो आतंकवादियों को मार गिराया है. उनके पास एके 56 राइफलें, बड़ी मात्रा में विस्फोटक और हथगोले थे.’ अधिकारी ने कहा, ‘आतंकियों के सामान की तलाशी से साबित होता है कि वो जैश ए मोहम्मद के थे.’
सेना ने कैंप में मौजूद 150 घर खाली करा लिए हैं. सभी आतंकियों के पकड़े या मारे जाने तक ऑपरेशन जारी रहेगा.