उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार गोरखपुर पहुंचे योगी आदित्यनाथ रविवार तड़के गोरखनाथ मंदिर परिसर में स्थित अपनी गोशाला पहुंचे.
यहां मुख्यमंत्री ने गायों को चारा खिलाया. दिलचस्प बात यह है कि योगी की एक आहट सुनते ही गौशाला की गायें उनसे मिलने को बेचैन हो गई. यहां लगभग हर गाय योगी की आहट पहचानती हैं.
वैसे योगी आदित्यनाथ का गोशाला में प्रतिदिन सेवा करना और गायों-बछड़ों को दाना खिलाना उनकी दिनचर्या का हिस्सा है. लंबे समय से वे गोशाला में रह रही गायों से इतना घुल-मिल गए हैं कि वे उनकी आहट पहचान लेती हैं.
सीएम बनने के बाद पहली बार योगी ने वहां बछड़े-बछियों के साथ भी वक्त दिया और उन्हें सहलाते-दुलारते नजर आए. योगी के गेट से अंदर पहुंचने पर वे उनको घेर लेती हैं.
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योगी ने सबके खास कर बछड़े-बछिया के अलग-अलग नाम रखे हैं. उसी नाम से उनको बुलाते हैं. उनकी भरपूर प्रतिक्रिया भी मिलती है.
गुड़ व हरा चारा खिलाया
योगी गोशाला में जब भी जाते हैं तो साथ में गुड़ ले जाते हैं. गोवंश को बारी-बारी से खिलाते हैं. हरा चारा अगर पड़ा है तो उसे भी अपने हाथ से खिलाते हैं. गुड़ के लिए महराजगंज के चौक स्थित फार्म पर हर साल गन्ना बोया जाता है. भूसा भी वहीं से आता है. गोशाला के पीछे की पूरी जमीन पर हरा चारा उगाया जाता है.
400 से अधिक गायें
मंदिर की गोशाला में छोटे-बड़े 400 से अधिक गोवंश हैं. सबकी सब देशी नस्ल की हैं. हरियाणा और साहीवाल के अलावा बड़े थन और मुड़ी सींग वाली गिर (गुजरात) नस्ल की गायें अलग से लोगों का ध्यान आकर्षित करते हैं.