सिरसा कलार के ग्राम कोड़ा किर्राही स्थित प्राचीन रामजानकी मंदिर से शनिवार की रात चोर बेशकीमती अष्टधातु की मूर्तियां चोरी कर ले गए। सुबह ग्रामीणों ने राम, जानकी, लक्ष्मण और लड्ड़ू गोपाल की मूर्तियां गायब देखीं तो आक्रोश फैल गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की, वहीं ग्रामीणों का कहना है कि 70 किग्रा. वजनी मूर्तियों की कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा है। फॉरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य एकत्र किए हैं।
कोड़ा किर्राही गांव के प्राचीन रामजानकी मंदिर के पुजारी बाबूराम अवस्थी ने बताया कि शनिवार की रात आठ बजे भगवान की आरती करने के बाद वह खेतों पर चले गए थे। रविवार की सुबह पांच बजे जब वह मंदिर की साफ सफाई व पूजा के लिए पहुंचे तो मुख्य द्वार की कुंडी कटी हुई थी। मंदिर के गर्भगृह में देखा तो अष्टधातु से बनी भगवान श्रीराम, जानकी, लक्ष्मण व लड्डू गोपाल की मूर्तियां गायब थीं।
कुछ ही देर गांव वालों की भीड़ एकत्र हो गई और चोरी की घटना से आक्रोश फैल गया। सिरसा कलार थानाध्यक्ष सौरभ सिंह ने घटनास्थल पर पहुंचकर मंदिर के पुजारी से गहनता से पूछताछ की तथा साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेसिंक टीम को बुलाया। पूछताछ के बाद पुलिस पुजारी बाबूराम को साथ ले गई। पुलिस अधीक्षक डॉ. सतीश कुमार का कहना है कि मंदिर में चोरी की घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच की जा रही है। जल्द चोरी का पर्दाफाश कर मूर्तियों को बरामद करने का प्रयास किया जाएगा।
सौ साल पुराना है मंदिर
पुजारी के मुताबिक मंदिर का निर्माण 100 वर्ष पूर्व संवत 1977 में कराया गया था अष्टधातु की मूर्तियों का वजन लगभग 70 किलो है, जिनकी कीमत एक करोड़ से ऊपर होगी। इतनी बड़ी चोरी होने के बाद गांव में आक्रोश व्याप्त है। मंदिर के गेट पर ताला डाल दिया गया है। इतनी बड़ी चोरी से पूरे क्षेत्र में चर्चा है और पुलिस के लिए घटना का पर्दाफाश करना अब चुनौती बन चुका है।