उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले महीने हुए विवेक तिवारी हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है. इस मामले की जांच कर रही SIT की टेक्निकल सपोर्ट टीम के मुताबिक, विवेक तिवारी की कार उस रात सिपाहियों की बाइक से टकराई ही नहीं थी.
बता दें कि ये खुलासा इसलिए चौंकाता है क्योंकि अभी तक इस मामले में आरोपी सिपाही प्रशांत लगातार ये कह रहे थे कि विवेक तिवारी उन पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश कर रहा था. इसलिए बचाव में उन्होंने गोली चलाई थी.
ऐसे में अब SIT के खुलासे के बाद ये सवाल उठता है कि अगर विवेक तिवारी की ओर से गाड़ी चढ़ाने की कोशिश नहीं की गई थी, तो किन परिस्थितियों में सिपाही ने गोली चलाई. मामले की जांच कर रही UPSRTC की तकनीकी टीम ने दी SIT टीम को इस बात की जानकारी दी है.
UP की राजधानी लखनऊ में 28 सितंबर को विवेक तिवारी की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. इनका आरोप दो पुलिसकर्मियों पर लगा है, दोनों तभी से हिरासत में हैं. जिसके बाद उन्होंने नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया.
घटना के बाद प्रशांत चौधरी ने क्या दिया था बयान…
इस घटना के बाद जब आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी से सवाल पूछे गए तो उसने कहा था कि रात 2 बजे (28 सितंबर) मुझे एक संदिग्ध कार दिखी जिसकी लाइट बंद थी, जब मैंने कार की तलाशी लेनी चाही तो विवेक ने तीन बार मुझे गाड़ी से मारने की कोशिश की, जिसके बाद अपने बचाव में मुझे फायरिंग करनी पड़ी.