Online Shopping के चलन ने हमारी रोजमर्रा की जिंदगी को काफी आसान बना दिया है। घर का राशन मंगाना हो या फिर त्योहारों के लिए कपड़े, बगैर अधिक सोचे हम ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ रुख कर लेते हैं। ऑनलाइन शॉपिंग को बूस्ट देने में जिसने सबसे ज्यादा मदद की है, वो हैं शॉपिंग ऐप्स।
ज्यादातर लोग शॉपिंग ऐप्स का इस्तेमाल सामान मंगाने के लिए करने लगे हैं। इसके पीछे दो बड़ी वजहें हैं- पहली वजह ये कि लोगों को घर बैठे सामान मिल जाते हैं और दूसरी सबसे बड़ी वजह ये है कि लोगों को इन ऐप्स के जरिए कैशबैक और डिस्काउंट्स भी मिल रहे हैं, लेकिन क्या इन ऐप्स के जरिए सामान मंगवाना वाकई फायदे का सौदा है?
ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले ज्यादातर यूजर्स टीयर-1 या टीयर-2 शहरों से होते हैं। वैसे तो टीयर-3 यानी छोटे शहरों में भी ये अब तेजी से चलन में आने लगे हैं। इस समय Big Basket, Milk Basket, Grofers समेत कई ऐप्स हैं, जिनका इस्तेमाल यूजर्स सामान मंगाने के लिए करते हैं।
कई बार ऐसा भी होता है कि इन ऐप्स से सामान मंगाने पर आपको डिफेक्टिव सामान भी डिलीवर हो जाता है, इसलिए किसी भी ऑनलाइन ऐप्स से सामान मंगाने से पहले हमें कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। अगर, आप इन बातों का ध्यान रखते हैं तो ऑनलाइन ऐप्स के जरिए रोजमर्रा के सामान मंगाना फायदे का सौदा हो सकता है।
पेमेंट सिस्टम
ज्यादातर ऑनलाइन ऐप्स डिजिटल वॉलेट का इस्तेमाल करते हैं, पहले आपको इन डिजिटल वॉलेट को रिचार्ज कराना होता है, इसके बाद ही आप शॉपिंग कर सकते हैं।
इन ऐप्स के डिजिटल वॉलेट को रिचार्ज कराने पर कई कंपनियां कैशबैक ऑफर्स भी देतीं है, या फिर आपको कुछ सामान गिफ्ट के तौर पर दिया जाता है।
ऐप्स के जरिए सामान मंगाने से पहले हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इन ऐप्स के जरिए सामान कितनी देर में डिलीवर होते हैं।
सामान डिलीवरी करने के लिए कोई चार्ज लिया जा रहा है या नहीं, ये भी ध्यान रखना चाहिए। कुछ ऑनलाइन ऐप्स के जरिए अगर आप सामान मंगाते हैं तो आपको 2 घंटे के अंदर डिलीवर करने पर चार्ज भी लिया जाता है। 2 घंटे के बाद अगर आप सामान मंगाते हैं तो आपसे डिलीवरी चार्ज नहीं लिया जाता है।
कई ऐप्स पर एक राशि नियत की जाती है, अगर आप उस नियत राशि से ऊपर का सामान मंगाते हैं तो ही आपको सामान होम डिलीवरी किया जाएगा। इसलिए इन ऐप्स के जरिए सामान मंगाने से पहले आप ये सुनिश्चित कर लें कि आप उस नियत राशि से ज्यादा राशि के सामान मंगा रहे हैं।
अगर आप ऑनलाइन ऐप्स के जरिए दवाई मंगा रहे हैं तो आपको डॉक्टर का प्रिसक्रिप्शन अपलोड करना होगा। बिना प्रिसक्रिप्शन के आप इन ऐप्स से दवाईयां नहीं मंगा सकेंगे।
स्मार्ट टेक्नोलॉजी के दौर में अगर आप ऑनलाइन ऐप्स के जरिए शॉपिंग कर रहे हैं तो ये आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है। इसमें आपके समय की बचत तो होती ही है, आपके आपको कई प्रोडक्ट्स मार्केट प्राइस के कम दर पर भी मिल सकते हैं। आपको इन प्रोडक्ट्स के परचेज पर कैशबैक भी मिल सकता है।