साली के साथ दूसरी बार जीजा ने दुष्कर्म किया तो ससुर दामाद को सजा दिलाने के लिए डीजीपी तक जा पहुंचा। धर्मकोट पुलिस ने आरोपित के खिलाफ घटना के सात महीने सात दिन बाद छेड़छाड़ का केस दर्ज किया वह भी तब जब डीजीपी ने इस मामले में एसएसपी से जबाव तलब किया। आरोप है कि पुलिस का संरक्षण मिल जाने के बाद आरोपित की हिम्मत इस कदर बढ़ गई थी कि दो महीने पहले 24 मई को वह गांव गलौटी की एक लड़की को अपने घर में बुलाकर रंगरंगेलिया मना रहा था, तब गांव के लोगों ने उसे आपत्तिजनक हालत में घर में दबोचा था।
क्या है मामला
गांव फतेहगढ़ कोरोटाना की एक 22 साल की युवती ने गांव कंडियाल निवासी अपने जीजा के खिलाफ डीजीपी पंजाब को लिखित शिकायत की थी कि 24 दिसंबर को जब वह गांव कड़ियाल में अपनी बड़ी बहन के ब्यूटीपार्लर के उद्घाटन में गई थी इस दौरान वह बहन की दो साल की बेटी के कपड़े बदलने के लिए घर के कमरे में गई। उसी दौरान उसके जीजा गगनदीप सिंह ने कमरे की अंदर से कुंडी लगाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
युवती के पिता ने बताया कि उसकी पत्नी घटना के समय मोगा के दिल्ली हॉस्पिटल में कैंसर का इलाज करा रही थी। हॉस्पिटल से पत्नी को छुट्टी दिलाने के बाद उनकी बेटी की तरफ से पुलिस को 21 फरवरी को शिकायत पत्र दिया गया था, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टा दामाद का पिता पंचायत सदस्य उन्हें लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा है। साथ ही एक कांग्रेस विधायक से भी पुलिस पर केस दर्ज न होने देने के लिए दबाव डलवा रहा है।
धर्मकोट पुलिस के स्तर पर कार्रवाई न होने पर बाद में बेटी ने डीजीपी की मदद ली। उनके दोनों बेटे सेना में हैं, उनके कहने पर कंपनी कमांडर ने भी एसएसपी को कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा। पत्र में पीड़ित ने ये भी लिखा था कि साल 2014 में जब वह महज साढे़ सोलह साल की थी, तब भी उसके जीजा ने उसके साथ दुष्कर्म किया था, उस समय दामाद के पूरे परिवार ने इसके लिए माफी मांगी थी।
डीजीपी ने इस मामले में एसएसपी से पिछले महीने जवाब मांगा है। इसके बाद धर्मकोट पुलिस हरकत में तो आ गई। साथ ही गगनदीप सिंह के खिलाफ छेड़छाड़ करने व उसके पिता पंचायत सचिव पर धमकी देने के आरोप में केस दर्ज कर लिया। मामले में थाना धर्मकोट पुलिस के प्रभारी इंस्पेक्टर सुरजीत सिंह का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया है, जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।