एजेंसी/ बीजिंग: दक्षिणी चीन सागर में चीन अपनी मिलिट्री गतिविधियां बढ़ाने में लगा हुआ है। पेंटागन ने सैटेलाइट इमेज के आधार पर इसकी पुष्टि की है। इसके अनुसार, आइलैंड पर मिलिट्री के अलावा सर्विलांस सिस्टम भी लगाया गया है। यूएस डिफेंस डिपार्टमेंट ने चाइना मिलिट्री एक्टिविटीज के नाम से यह रिपोर्ट कांग्रेस में पेश की।
बीते दो सालों में चीन ने साउथ चाइना सी की 7 लोकेशन पर 3200 एकड़ का डेवलपमेंट किया है। इस आइलैंड पर चीन ने बड़े बंदरगाह और समुद्री रास्ते बना लिए है। इसके अलावा तीन सबसे बड़े आउटपोस्ट पर एयरफील्ड भी बनाए गए हैं। इन पर 9,800 फीट लंबे रनवे भी बनाए गए हैं।
ईस्ट एशिया के डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेटरी अब्राहम डेनमार्क ने बताया कि चीन लगातार मिलिट्री प्रोग्राम्स में इन्वेस्ट कर रहा है और शक्ति प्रदर्शन के लिए तेजी से हथियार बना रहा है। चीन ने अप्रैल में पहली बार विवादित चीन सागर पर मिलिट्री एयरक्राफ्ट की लैंडिंग कराई थी। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को डर है कि चीन इस आइलैंड को फाइटर जेड का बेस न बना लें।
अमेरिका भी निगरानी के लिए कई बार अपनी वॉरशिप भेज चुका है। अमेरिका के अलावा ताइवान, फिलीपींस, वियतनाम और मलेशिया भी इस पर अपना दावा करते है। दरअसल साउथ चाइना सी तेल और गैस का भंडार है। इस समुद्री रास्ते से 7 ट्रिलियन डॉलर का व्यापार होता है।