प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के लोकसभा एवं राज्यसभा सांसदों के लिए शनिवार को दो दिवसीय सांसद कार्यशाला ‘अभ्यास वर्ग’ के वक्त सांसदों से कहा कि उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं से निरंतर सम्पर्क में रहना चाहिए और सांसद एवं मंत्री बनाने में उनके योगदान को नहीं भूलना चाहिए। संसद के दोनों सदनों के पार्टी के 380 सांसदों को संबोधित करते हुए मोदी ने पार्टी एवं कार्यकर्ताओं की तुलना मां से की जो अपने बच्चे का पोषण करती है लेकिन जब वह खुद पर ज्यादा ध्यान देने लगता है तब वो (मां) उपेक्षित महसूस करती है।
पीएम ने सांसदों से पार्टी और कार्यकर्ताओं को नहीं भूलने और उन्हें महत्व देने को कहा। मोदी ने पार्टी सांसदों से कहा कि वे कार्यकर्ताओं से अपना संपर्क बनाये रखें। प्रधानमंत्री ने कहा कि सांसद सिर्फ चुनाव के समय ही नहीं, बल्कि पूरे कार्यकाल के दौरान कार्यकर्ताओं की बात सुनें। वे संसद की कार्यवाही में सक्रिय भागीदारी करें। उन्होंने पार्टी सांसदों को कड़ी मेहनत करने का सुझाव दिया।
उन्होंने बताया कि बीजेपी अपनी विचाराधारा और सोच के कारण यहां तक पहुंची है न कि एक परिवार की विरासत के कारण। इस दौरान मोदी ने कहा कि इन बातों पर ध्यान से गौर करें और दिल में उतारें। पीएम मोदी ने पार्टी सांसदों को संगठन की ताकत के महत्व के बारे में बताया और त्रिपुरा में स्थानीय निकाय चुनाव में प्रभावशाली जीत का जिक्र किया। मोदी ने बताया कि चाहे हमारी उम्र कितनी भी क्यों न हो, हमें सीखना नहीं छोड़ना चाहिए। यह निरंतर रूप से चलते रहना चाहिए।