दादरी के दादूपुर की एक वृद्ध महिला ने समाज के लिए मिसाल पेश की है। गड्ढा मुक्त सड़कों के मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी जिस सड़क को सरकारी मशीनरी ने ठीक करने की जहमत नहीं उठाई, उस बदहाल सार्वजनिक रास्ते की मरम्मत के लिए वृद्ध महिला ने अपने एक अदद घर का आधा हिस्सा बेच दिया। ऐसा इसलिए ताकि सड़क से गुजरने वाले किसी व्यक्ति के साथ वह घटना न हो जो महिला के साथ हुई। महिला की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है।
समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी दिखाते हुए महिला ने सरकारी व्यवस्था को भी आईना दिखाया है। दादूपूर गांव से गुजरने वाले सार्वजनिक रास्ते की बदहाली दूर करने के लिए प्रधान व ब्लॉक प्रमुख से लेकर जिलाधिकारी तक गुहार लगाई गई।
समाधान दिवस में भी इस उम्मीद के साथ शिकायत दी गई कि शायद अधिकारियों तक ग्रामीणों की आवाज पहुंच जाए, लेकिन हालात नहीं बदले। गांव में रहने वाली 56 वर्षीय महिला राजेश देवी लचर सरकारी व्यवस्था की शनिवार को शिकार हो गई। गड्ढे से युक्त सड़क पर गिरने से वह गंभीर घायल हो गई। उनके सिर में पच्चीस टांके आए।
महिला के पति ओमबीर सिंह व बेटा सुधीर मजदूरी करते हैं। उनकी आमदनी से घर का गुजारा चलता है। हादसे के बाद महिला ने फैसला लेते सड़क के निर्माण के लिए अपने घर का आधा हिस्सा बेच दिया, ताकि दस सालों से टूटे रास्ते की मरम्मत हो सके। बेचने के बाद महिला के घर के आधे हिस्से को तोड़ने का काम शुरू हो गया है।