देवभूमि उत्तराखंड के विश्वप्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट सर्दियों के लिए बंद कर दिए गए हैं। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा-अर्चना के बाद गुरुवार (27 अक्टूबर) को सुबह साढ़े 8 बजे मंदिर के कपाट को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया। इस दौरान इंडियन आर्मी के 11 मराठा रेजीमेंट ने भी आध्यात्मिक संगीत बजाए।
कपाट बंद करने के दौरान मंदिर समिति के प्रमुख अजेंद्र अजय, तीर्थ पुरोहित और रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ 3,000 से ज्यादा भक्त मौजूद रहे। बता दें कि इस साल 43 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम पहुँचे थे। अकेले केदारनाथ में 15,61,882 भक्तों ने मंदिर में माथा टेका। ख़बरों के अनुसार, केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों और छतों को बुधवार (26 अक्टूबर) को 550 सोने की परतों से मढ़कर एक भव्य रूप प्रदान किया गया।
इसके लिए मुंबई के एक कारोबारी ने पैसा दिया। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के प्रमुख ने बताया है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह को सोने से सजाने का कार्य बीते तीन दिनों से चल रहा था। इसकी दीवारों और छतों को 3 दिन में 19 कारीगरों ने सोने की 550 परतों से सजाया है। इसके बाद IIT रुड़की, सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च रुड़की और ASI की 6 सदस्यीय टीम ने केदारनाथ धाम का मुआयना भी किया।