उत्तर प्रदेश सरकार ने निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों और कामगारों और उनके परिवारों के लिए खास योजना शुरू की है जिसका नाम है उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा सहायता योजना। इस योजना का उद्देश्य श्रमिकों और कामगारों और उनके परिवारों की बिजली संबंधी समस्याओं को दूर करना है। इसके दो लाभ होंगे। पहला कि इस योजना से श्रमिकों की कार्यकुशलता बढ़ेगी और दूसरा पर्यावरण संरक्षण। दुनिया में जिस तरीके से जलवायू परिवर्तन हो रहा है उसे देखते हुए वैकल्पिक ऊर्जा के तौर पर सौर उर्जा का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है।
उत्तर प्रदेश सरकार भी पंजीकृत श्रमिकों को इस वैकल्पिक ऊर्जा का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इससे बिजली का बिल भी नहीं आता और बिजली भी निर्बाध रूप से मिलती रहती है। इस योजना के अंतर्गत कई श्रमिकों को लाभ मिला हैं। अगर आप उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।
यूपी सौर ऊर्जा योजना के उद्देश्य क्या है ?
इस योजना को शुरू करने के पीछे सरकार का उद्देश्य सरकार द्वारा श्रमिकों और कामगारों को निर्बाध बिजली की पूर्ति के लिए और उनके परिवार तक सुगम तरीके से बिजली पहुंच सके। इस योजना के लाभ से उनकी कार्यकुशलता में वृद्धि होगी। इस योजना का लाभ उठाने के लिए सरकार ने कुछ पात्रताएं तय की है जो निम्नलिखित हैं।
पंजीकृत लाभार्थी अन्य योजना जैसे – सोलर, लालटेन आदि का लाभ ना ले रहा हो।
परिवार को एक इकाई के रूप में माना जायेगा।
योजना के पात्र खुद श्रमिक या पति/पत्नी, माता -पिता पात्र होंगे।
श्रमिक के 21 साल से कम उम्र का बेटा और अविवाहित बेटी योजना के पात्र होंगे।
उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी ही इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
सौर ऊर्जा सहायता योजना आवेदन के लिए दस्तावेज
राशन कार्ड
आधार कार्ड
श्रमिक कार्ड
पासपोर्ट साइज फोटो
मोबाइल नंबर
हस्ताक्षर