बताया जा रहा है कि नौगढ़ थाना क्षेत्र के पथरकटिया जंगल में गुरुवार की देर रात दस बजे पूर्व ब्लाक प्रमुख व महिला आयोग की सदस्य 50 वर्षीय बासमती कोल को डंडा से मारपीट कर घायल कर दिया गया। इस दौरान काशी कोल ने डंडा से सर वार कर दिया। वही गंभीर रुप से घायल बासमती को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंचा। लेकिन डाक्टर ने चकिया जिला संयुक्ज चिकित्सायल रेफर कर दिया। लेकिन उपचार के दौरान मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार साथ रहने वाले व्यक्ति से किसी बात पर विवाद हो गया था इससे मारपीट कर घायल कर दिया। पुलिस मामले की छानबीन करने में जुटी है। कहा जाता है पूर्व ब्लॉक प्रमुख बासमती कोल संपा संरक्षक व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री की मुंहबोली बेटी हैं। इनके शव को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि इनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई हैं।
खबर के अनुसार विवाद के कारण लोगों ने इनकी हत्या कर दी। इस घटना की सुचना मिलते ही पुलिस को शव को बरामद कर लिया है। पुलिस की जांच में मिली जानकारी के अनुसार बताया कि इनके शव को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि किसी ने इनके सिर को कूचकर हत्या की है। वहीं डॉक्टर के अनुसार इनके शरीर पर चोट लगे 15-18 घंटे हो चुके हैं। पुलिस ने छानबिन कर एक आरोपी को अपने कब्जे मे भी ले लिया है। घटना की जानकारी होते ही जिला पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन फानन में सीओ नक्सल नीरज सिंह थानाध्यक्ष टी बी सिंह मौके पर पहुंचकर छानबीन करने में जुट गये।
बता दें कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख व महिला आयोग की सदस्य बासमती कोल हार्डकोर नक्सली देवव्रत कोल की सगी बहन भी थीं। वहीं इतना ही नहीं सपा सरकार की तरफ से बासमती को महिला आयोग का सदस्य भी चुना गया है जिसके बाद मुलायम सिंह यादव ने इन्हें अपनी दस्तक पुत्री भी माना है। बताया जा रहा है कि मुलायम सिंह ने इन्हें गोद भी ले लिया था। इसके पीछे भी एक कारण छिपा हुआ था मुलायम सिंह ने इन्हें इसलिए गोद लिया था क्योंकि वो नक्सलवाद को कम करना चाहते थें इसलिए इन्होंने चुनावी सभा में ही इनको अपनी पुत्री के रुप में स्वीकार कर लिया था।