इलेक्ट्रॉनिक वेइंग (तौल) मशीनों पर तौल कराने से पहले सावधान रहें। एसटीएफ की पड़ताल में पता चला है कि ऐसी मशीनों में साथ में ही चिप इनबिल्ट होकर आ रही है, जिसे रिमोट या हिडेन बटन के जरिये ऑपरेट कर बड़े स्तर पर घटतौली का खेल किया जा रहा है। ढाई वर्ष पूर्व एसटीएफ ने पेट्रोल पंपों पर पर चिप के खेल से पर्दा उठाया था।
अब इलेक्ट्रॉनिक तौल की मशीनों से घटतौली का खेल पकड़ आम लोगों की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने से उन्हें बचाया। बांट-माप विभाग सिर्फ मुहर लगाकर खानापूर्ति में ही जुटा है। एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक तराजू के साथ में ही चिप इनबिल्ट होकर आ रही है, जिन कंपनियों से ये मशीनें बन रहीं हैं, वे भी रडार पर हैं।
ऐसे करते हैं घटतौली का खेल
- एसटीएफ की पड़ताल में सामने आया है कि घटतौली करने वाले लोग पहले से ही रिमोट व हिडेन बटन के जरिये उसे एक्चुअल व टेम्पर्ड मोड पर लगा देते हैं। फिर ग्राहक को मशीन पर 100 किलो का बांट रखकर उसका सामना तौल विश्वास में लेते हैं। इसके बाद तौलाई के समय जेब में रखे रिमोट के जरिये मशीन टेम्पर्ड मोड पर लगा देते हैं। इसके बाद रिमोट से ही प्रत्येक 100 किलो के सामान को 90 या 95 किलो पर सेट करके घटतौली के खेल को अंजाम देते हैं।
- संदिग्ध गतिविधि देख दें सूचना, ऐसे रहें सावधान-इलेक्ट्रॉनिक तराजू पर तौलाई के समय कोई भी संदिग्ध गतिविधि देख उसे वाच करें। शक होने पर तुरंत पुलिस या बांट-माप विभाग को सूचना दें। इलेक्ट्रॉनिक तराजू पर तौलाई के पहले और बाद में क्रॉस चेक जरूर करें।
- ऐसी मशीनों पर लगनी चाहिए रोक-एएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह ने इलेक्ट्रॉनिक वेइंग मशीन की पड़ताल के बाद कई प्रमुख बातों से पर्दा उठाया। बताया कि इसमें चिप और हिडेन बटन ऐसे इनबिल्ट होती है कि कोई अच्छे-अच्छे जानकर लोग इसे नहीं पकड़ सकते। गांवों में घटतौली का खेल ज्यादा हो रहा है। पब्लिक के सामने ही उसे इसकदर ठगा जा रहा कि वह सोच भी नहीं सकता।
- यहां बरतें विशेष सावधानी-धर्मकांटों, लोहे, गल्ला मंडियों व किराने की दुकानों पर सामान की तौलाई कराते समय विशेष सावधानी बरतें। यहां बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक वेइंग मशीनों पर बड़े स्तर पर घटतौली का खेल चल रहा है। बहुत लोग इस धंधे में लगे हैं। पांच लोगों की गिरफ्तारी कर एसटीएफ ने अभी शुरुआत की है, अभी कई लोग बेनकाब होंगे।