पूरे कार्यक्रम के फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया कि एलिवेटेड रोड भाजपा नहीं, सपा सरकार की शहर को दी गई सौगात है। पुलिस ने एमएलसी राकेश यादव समेत 100 से अधिक सपाइयों पर एफआईआर दर्ज की है। 1248 करोड़ रुपये की लागत से 10.3 किमी की एलिवेटेड रोड बनकर तैयार है, जिसकी सिआ (स्टेट एनवायरमेंट असेसमेंट अथॉरिटी) से पर्यावरण संबंधी स्वीकृति मिल चुकी है
प्रशासन उद्घाटन के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ से कार्यक्रम मांग चुका है। लेकिन उससे पहले ही सपा ने उद्घाटन कर रोड पर अपना दावा पेश कर दिया। पार्टी जिला अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार मुन्नी व महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी का कहना है कि वर्ष 2014 में प्रदेश में हमारी सरकार थी। तत्कालीन वीसी संतोष यादव की पहल पर अखिलेश यादव ने प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी थी। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने से पहले रोड बनने का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका था। अब भाजपा सरकार सिर्फ फीता काट कर नंबर बढ़ाना चाहती है।
एलिवेटेड रोड का जबरन उद्घाटन कर सपा के पूर्व मंत्री राकेश यादव व अन्य पदाधिकारियों ने अपनी मानसिकता का परिचय दिया है। हर योजना किसी सरकार के कार्यकाल में शुरू होती है और दूसरी सरकार में पूरी। यह एक सरकारी व्यवस्था है। सपाइयों ने सरकारी कार्य में बाधा डाली है। अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।