देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जिस प्राथमिक स्कूल पारख जी का बाग में पढ़े थे, वह स्कूल जिला प्रशासन को मिला ही नहीं। स्कूल अस्तित्व में नहीं होने का पंचनामा शिक्षा विभाग एवं नगर पालिका की संयुक्त टीम ने बनाकर कलेक्टर को भेज दिया है।
शिक्षिका अनीता सिकरवार के पारखजी का बाग स्कूल में पदस्थी को लेकर चल रहे विवाद के निपटारे के लिए कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने स्थल निरीक्षण करने के लिए शिक्षा विभाग ओर नगर पालिका को दिए थे। दरअसल अनीता सिकरवार का स्थानांतरण 2 फरवरी 2016 को प्राथमिक स्कूल पारख जी का बाग में किया गया था।
ज्वाइनिंग नहीं देने पर डीईओ ने अनीता सिकरवार को नोटिस जारी किए थे। यह मामला कलेक्टर से लेकर हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। शिक्षिका का कहना है कि, जिस स्कूल में मेरा ट्रांसफर किया गया है वह स्कूल अस्तित्व में ही नहीं है। दरअसल, पारख जी का बाग में पहले प्राथमिक स्कूल क्रं. 01, 02 व 03 संचालित होते थे। यह स्कूल नाथद्वारा ट्रस्ट के किराए के भवन में संचालित हो रहे थे।
करीब तीन दशक पहले उक्त स्कूलों को पारख जी के बाग से हटाकर पापूजी मोहल्ला में सरकारी भवन बनाकर शिफ्ट कर दिया। स्कूलों का नाम परिवर्तन करते हुए प्राथमिक स्कूल कर दिया। इसी प्राथमिक स्कूल क्रं. 02 में अनीता को पारख जी का बाग का नाम देकर ट्रांसफर दिया गया था।
पारख जी का बाग में स्कूल संचालित है या नहीं इसका भौतिक सत्यापन नगरपालिका कर्मचारियों की मौजूदगी में किया गया। सत्यापन करने वालों में सीएमओ ताराचंद धूलिया, डीईओ अजय कटियार, बीईओ अशोक खंडेलवाल, बीआरसी गोविंद सिंह सिकरवार, संकुल प्रिंसीपल एमएल गर्ग आदि मौजूद थे। स्थल रिपोर्ट व पंचनामे की प्रति नगरपालिका ने कलेक्टर को भिजवा दी है।
स्कूल के शिक्षक रहे हैं अटलजी के पिता
अटलजी के पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी ग्वालियर रियासत द्वारा शिक्षक की नौकरी पर रखे गए थे और 1925 से 1932 के बीच वह श्योपुर के इस स्कूल में पदस्थ रहे थे। इसी दौरान अटलजी कक्षा तीन में अपने पिता के साथ स्कूल में पढ़ने जाते थे।
इस स्कूल का पुराना रिकार्ड शिक्षा विभाग या नगर पालिका के पास भी नहीं मिल रहा लेकिन, शहर के बुजुर्ग बताते हैं कि अटलजी के बचपन के कुछ साल श्योपुर में बीते हैं और पारखजी बाग के स्कूल में पढ़े हैं। बताया जाता है कि, 1932-33 के करीब रियासत ने अटलजी के पिता की बदली ग्वालियर कर दी इसके बाद अटलजी की पूरी शिक्षा ग्वालियर में हुई।