अयोध्या। राम मंदिर निर्माण के लिए नींव खुदाई का काम तेजी से चल रहा है। इस बीच श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दिल्ली में राम मंदिर निर्माण की भव्यता के लिए तीन कंपनियों से नए सिरे से अनुबंध किया है।
राम मंदिर के आर्किटेक्ट चंद्रकांत भाई सोमपुरा, डिजाइन एसोसिएट दिल्ली सहित टाटा कंसलटेंसी से अनुबंध कर ट्रस्ट ने उम्मीद जताई है कि यह तीनों कंपनियां संयुक्त रूप से मिलकर राम मंदिर निर्माण कार्य को आगे बढ़ाएंगी।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि दिवंगत अशोक सिंघल द्वारा मई 1992 में चंद्रकांत भाई सोमपुरा जो कि राम मंदिर के मूल वास्तुकार हैं से अनुबंध किया था। अनुबंध को आज 28 साल हो गए हैं।
पुराने अनुबंध का आदर करते हुए उनके साथ एक सप्लीमेंट्री अनुबंध नए सिरे से किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में पुराने अनुबंध के साथ सप्लीमेंट्री अनुबंध लगाकर उसे एक तरीके से पूर्ण किया गया है।
दूसरा अनुबंध डिजाइन एसोसिएट नोएडा के साथ किया गया है। पांच एकड़ में बनने वाले मंदिर के बाद शेष 64 एकड़ के विकास का अनुबंध इस कंपनी के साथ हुआ है। डिजाइन एसोसिएट पूरे कैंपस पर जून महीने से ही होमवर्क कर रही है।
उन्होंने बताया कि तीसरा अनुबंध टाटा कंसल्टेंसी के साथ किया गया है। अनुबंध के पार्ट ए के तहत परकोटा आदि निर्माण के लिए टाटा कंसल्टेंसी से नवंबर 2020 में ही अनुबंध किया जा चुका है।
अब परकोटे के बाहर का जो हिस्सा है व मंदिर के अंदर का जो हिस्सा है, उसके विकास में तालमेल बना रहे इसलिए पार्ट बी के तहत टाटा कंसल्टेंसी के साथ फिर अनुबंध किया गया है। राम मंदिर निर्माण के लिए अब सारे अनुबंध पूरे हो गए हैं।
तीनों कंपनियां एक-दूसरे की पूरक बनकर राम मंदिर के कार्य को गतिमान करेंगे। हमें पूरी उम्मीद है कि जो अवधि हमने राम मंदिर निर्माण के लिए तय की है उसमें काम पूरा हो जाएगा। जिस समय अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए इस दौरान श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र भी मौजूद रहे।