वाराणसी जिले में साइबर जलसाजों ने कई लोगों को झांसे में लेकर लाखों का चूना लगाया है। कहीं शेयर मार्केट में निवेश करने पर बेहतर मुनाफे का झांसा देकर ठगी की तो कहीं बैंक खाते में रुपये जमा करने की फर्जी पर्ची भेज कर खुद को रिश्तेदार बताकर वारदात को अंजाम दिया।
शेयर मार्केट में निवेश करने पर बेहतर मुनाफे का झांसा देकर कोल्हुआ विनायका निवासी बुजुर्ग उत्तम कुमार आचार्य को साइबर ठगों ने 75 लाख रुपये की चपत लगा दी। उत्तम कुमार आचार्य की तहरीर पर साइबर क्राइम पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज किया है।
आचार्य ने पुलिस को बताया कि 16 फरवरी को उनके व्हाट्सएप पर शेयर मार्केट में निवेश के लिए प्रस्ताव आया। बातचीत शुरू होने पर उन्हें एंजेल बीजी एप डाउनलोड कराया। जालसाजों ने उन्हें विश्वास में लेकर 16 फरवरी से 21 फरवरी के बीच 75 लाख रुपये का निवेश कराया गया। इसके बाद जाकर उन्हें पता लगा कि वह साइबर फ्रॉड के शिकार हुए हैं।
नौ लाख की फर्जी जमा पर्ची भेज कर ऐंठ लिए 4.90 लाख
अन्नपूर्णा अपार्टमेंट, कॉटन मिल चौकाघाट निवासी मृत्युंजय सिंह को जालसाजों ने बैंक खाते में नौ लाख रुपये जमा करने की फर्जी पर्ची भेज कर खुद को उनका भांजा बताया। इसके बाद उनसे 4.90 लाख रुपये ऐंठ लिए। प्रकरण को लेकर मृत्युंजय सिंह ने साइबर क्राइम पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
मृत्युंजय ने बताया कि उनके व्हाट्सएप पर कॉल आई थी। खुद को उनका भांजा बताते हुए कहा कि आपके खाते में 9.20 लाख रुपये जमा किए हैं। साथ ही उसने बैंक खाते में रकम जमा करने की पर्ची भी भेजी। कुछ देर बाद उसी ने फिर फोन किया और कहा कि मेरे दोस्त की मां दिल्ली में अस्पताल में भर्ती है। आपको जो पैसा भेजा हूं, उसी में से 2.50 लाख रुपये भेज दीजिए। इस पर मृत्युंजय ने पैसा भेज दिया। इसके बाद फोन करने वाले ने मृत्युंजय सिंह को भरोसे में लेकर चार बार में दो लाख 40 हजार रुपये और लिया। इसके बाद वह फिर उनसे पैसा मांगा तो उन्हें शक हुआ। उन्होंने अपना खाता चेक किया तो पता लगा कि वह साइबर फ्रॉड के शिकार हुए हैं।
टास्क पूरा कर पैसा कमाने के चक्कर में गंवाए 26 लाख रुपये
टेलीग्राम एप पर टास्क पूरा कर पैसा कमाने के चक्कर में मां लक्ष्मी नगर कॉलोनी, कंचनपुर, बीएलडब्ल्यू निवासी एच अंबरीष ने 26.46 लाख रुपये गंवा दिए। अंबरीष की शिकायत पर साइबर क्राइम पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि टेलीग्राम चैनल डिजिटल पर उन्होंने ईडीजीईडीसी डॉट कॉम पर उन्होंने 35 हजार रुपये का निवेश किया। उसके बाद उनसे एडवांस डेटा के नाम पर 61,797 रुपये की मांग की गई। कहा गया कि यदि आप अपने सारे 35 टास्क पूरे कर लेंगे तो जबरदस्त मुनाफा होगा। अंबरीष ने कहा कि वह जालसाजों के झांसे में पूरी तरह से फंस गए और 26 लाख 46 हजार 596 रुपये उन्होंने अपने खाते से ट्रांसफर कर दिया। उन्हें बाद में पता लगा कि वह ठगे गए हैं।
धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में चार साल बाद गिरफ्तार
बिहार के कैमूर जिले के झाली गांव निवासी गौरीशंकर सिंह को सिगरा थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। धोखाधड़ी और कूटरचना सहित अन्य आरोपों में चार साल पहले सिगरा थाने में दर्ज हुए मुकदमे में पुलिस को गौरीशंकर सिंह की तलाश थी। आरोपी को अदालत में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। सिगरा थानाध्यक्ष राजू सिंह ने बताया कि 24 मई 2020 को एक मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोप है कि गौरीशंकर सिंह ने अपने भाई उमाशंकर सिंह की मौत के बाद उनके नाम से फर्जी तरीके से कराई गई बीमा में गवाही दी थी।
पिता-पुत्र सहित तीन ने हड़प ली जिम की मशीनें, मुकदमा
जिम से संबंधित मशीनों को खरीदने के बाद 17 लाख रुपये का भुगतान न करने के मामले में चेन्नई निवासी पीड़ित ने कमिश्नरेट के उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई। शिकायत के आधार पर शिवपुर स्थित सिद्धि विनायक अपार्टमेंट में रहने वाले प्रीतम सिंह व उसके पुत्र अभिनंदन सिंह और सुनील कुमार के खिलाफ आपराधिक विश्वासघात और धमकाने सहित अन्य आरोपों में कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।