राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शनिवार को शिक्षक दिवस के मौके पर वर्चुअल सेरेमनी के जरिए राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड का ऐलान किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल भी शामिल हुए। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, ‘गुरु शिष्य परंपरा हमारी पहचान का प्रमुख हिस्सा है। बड़े से बड़े पद पर भी अधिकारी अपने शिक्षक के चरणों की वंदन करता है। एक शिष्य गुरु से अलग नहीं हो सकता है। हर सफल शिष्य के पीछे एक गुरू है।’

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, ‘आज हम सब, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को कृतज्ञता-पूर्वक याद करते हुए नमन करते है। डॉ. राधाकृष्णन एक महान दार्शनिक, स्टेट्समैन व बुद्धिजीवी थे। लेकिन, इन सबसे बढ़कर, वे एक असाधारण शिक्षक भी थे।’
उन्होंने कहा, ‘एक बार डॉक्टर राधाकृष्णन से उनके विद्यार्थियों और मित्रों ने उनका जन्मदिन मनाने की अनुमति मांगी, जवाब में डॉ. राधाकृष्णन ने कहा कि मेरे जन्मदिन को अलग से मनाने के बजाय, मेरे लिए यह सौभाग्य की बात होगी यदि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए।’
राष्ट्रपति ने कहा, आज के दिन मैं अपने अध्यापकों और सभी गुरुओं को नमन करता हूं। शिक्षकों के स्नेह और मार्गदर्शन के बल पर ही मैं अपनी जीवन-यात्रा में यहां तक पहुंच सका हूं। पिछले वर्ष, फरवरी 2019 में, मुझे कानपुर में अपने विद्यालय जाकर अपने वयोवृद्ध शिक्षकों का आशीर्वाद पाने का सुअवसर मिला था।’
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ‘अच्छे भवन, महंगे उपकरण या सुविधाओं से स्कूल नहीं बनता बल्कि एक अच्छे स्कूल को बनाने में शिक्षकों की निष्ठा और समर्पण ही निर्णायक सिद्ध होते हैं।’ शिक्षकों को सच्चा राष्ट्र निर्माता बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि प्रबुद्ध नागरिकों का विकास करने के लिए चरित्र-निर्माण की नींव हमारे बेटे-बेटियों में डालने वाले ये शिक्षक ही हैं।
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा, ‘मैं राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुने गए सभी शिक्षकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। आज सभी शिक्षकों की प्रतिबद्धता, समर्पण और उत्कृष्ट योगदान के प्रति हम अपना आभार व्यक्त करते हैं।’
राष्ट्रपति ने कहा, ’47 विजेताओं में से 18 महिला शिक्षक हैं।’ इस मौके पर राष्ट्रपति ने शिक्षकों को संबोधित किया और कहा,’कोविड-19 के कारण स्कूलों और कॉलेजों को या तो बंद कर दिया गया है या फिर ये कोविड-19 की वजह से प्रभावित हैं। इस हालात में डिजिटल टेक्नोलॉजी अहम भूमिका निभा रही है। यह महत्वपूर्ण है कि आप सब शिक्षक डिजिटल टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को लेकर हमारी कुशलता को अपग्रेट करें ताकि ऑनलाइन शिक्षण अधिक प्रभावी हो।’
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