शहर का हृदय कहे जाने वाले घंटाघर स्थित दुकान में शनिवार को अचानक भीषण आग लगने से अफरा तफरी मच गई। भीड़ अधिक होने के चलते लोग इधर उधर भागने लगे और आसपास के दुकानदारों में भी दहशत बनी रही। दमकल के पहुंचने से पहले स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पा लिया। दमकल के देरी से आने पर दुकानदारों ने आक्रोश जताया।
शहर का हृदय घंटाघर में दिन और रात लोगों की भीड़ रहती है। घंटाघर की ओर रेलवे स्टेशन का एक छोर होने और आसपास क्षेत्र में व्यापारिक गतिविधियां होने से पूरे दिन भीड़ रहती है। शनिवार की दोपहर बारह बजे चौराहे पर स्थित पांडेय लस्सी वाले की दुकान में शार्ट सर्किट से आग लग गई। आग की तेज लपटों ने पड़ोस में ही पूड़ी की दुकान को भी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया, जिससे इलाके में अफरातफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना देकर आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। करीब आधे घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका।
व्यापारी महामंत्री विनोद गुप्ता ने आस-पास की दुकानों से अग्निशमन यंत्र से आग बुझाने में सहयोग किया। समय से आग बुझ जाने से दुकान के अंदर रखे सिलेंडर संपर्क में नहीं आ सके, जिससे बड़ा हादसा टल गया। दुकान मालिक पूर्व पार्षद कैलाश पांडेय ने कहा आग से हजारों का नुकसान हुआ है। सूचना के बावजूद देरी से फायर ब्रिगेड के पहुंचने पर दुकानदारों ने आक्रोश जताया।