बिहार के पूर्णिया में राष्ट्रीय जनता दल(राजद) के पूर्व नेता शक्ति मलिक हत्याकांड को लेकर एसपी विशाल शर्मा ने बुधवार को बड़े खुलासे किए हैं। एसपी ने कहा कि इस हत्याकांड में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव समेत सभी नामजद छह राजद नेताओं का कोई हाथ नहीं है। वहीं इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार भी किया गया।
अब इस हत्याकांड में पुलिस की तरफ से क्लीन चिट दिए जाने के बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर बड़ा हमला किया है। तेजस्वी ने कहा कि इस केस में हम दोनों भाइयों का नाम घसीटना बिहार सरकार की सोची समझी साजिश थी।
तेजस्वी ने कहा कि मैं सीएम से पूछना चाहूंगा कि क्या वह चुनाव को लेकर इतने डरे और सहमे हुए हैं कि हमलोगों के ऊपर झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाएंगे? क्या नीतीश कुमार अपनी पार्टी के कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर माफी मांगेंगे? जहां उनके प्रवक्ताओं ने इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाए।
पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने बताया कि शक्ति सूद पर पैसे का कारोबार करता था और समय पर पैसे नहीं लौटने पर लोगों से न केवल मनमाना पैसा वसूलता था बल्कि उनको तंग भी किया करता था। ऐसे ही प्रताड़ितों मे शामिल आफताब ने सहयोगियों के साथ मिलकर शक्ति की हत्या कर दी।