टेस्ट क्रिकेट में जान फूंकने की पुरजोर कोशिश वेस्टइंडीज में नाकाम साबित होती दिखी. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने क्रिकेट के इस लंबे प्रारूप में रंग भरने के कई उपाय किए हैं, लेकिन विंडीज की धरती पर ये सारे बेअसर साबित हुए.
हाल ही में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत के साथ ही माना जा रहा था कि टेस्ट क्रिकेट में दिलचस्पी बढ़ेगी, लेकिन कैरेबियाई धरती पर पांच दिनों का क्रिकेट मुकाबला महज औपचारिक बनकर रह गया.
भारत और वेस्टइंडीज के बीच दूसरे टेस्ट के आयोजन स्थल जमैका के किंग्सटन के सबीना पार्क में मुट्ठीभर लोग मैच देखने आए. दर्शकों की गैर मौजूदगी में ऐसा लगा कि स्टेडियम की खाली सीटों को मानो धूल की मोटी परत ने ढंक दिया हो. दीवारों पर किया गया पेंट फीका हो चुका है. भारी ट्रकों और वाहनों के आवागमन से स्टेडियम की 10 फीट की दीवारों में कंपन तो आम बात है.
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने इस मुद्दे को उठाया है. वरिष्ठ भारतीय राजनेता को भी लगा कि कैरेबिया में क्रिकेट मर रहा है. उन्होंने आईसीसी और वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (WICB) को उचित कदम उठाने के लिए कहा है.
राजीव शुक्ला ने ट्विटर पर लिखा, ‘मैं हैरान हूं कि भारत-वेस्टइंडीज सीरीज के दौरान 50 लोग भी मौजूद नहीं हैं, जबकि विंडीज में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं. आईसीसी को वेस्टइंडीज में क्रिकेट के प्रति खत्म होते लोगों के रुझान पर कुछ करना चाहिए. विंडीज क्रिकेट को भी इस संबंध में अपनी कमर कस लेनी चाहिए.’
एक दौर था, जब वेस्टइंडीज की टीम विश्व क्रिकेट पर राज करती थी. 1970 के दशक के मध्य से लेकर 1990 के दशक की शुरुआत तक वेस्टइंडीज टीम टेस्ट और वनडे दोनों प्रारूपों में विश्व में सबसे मजबूत थी. दुनिया के कई महान क्रिकेटर वेस्टइंडीज से हैं.
वेस्टइंडीज के गारफील्ड सोबर्स, लॉन्स गिब्स, गॉर्डन ग्रीनिज, जॉर्ज हेडली, ब्रायन लारा, क्लाइव लॉयड, मैल्कम मार्शल, एंडी रॉबर्ट्स, एल्विन कालीचरण, रोहन कन्हाई, फ्रैंक वॉरेल, क्लाइड वॉल्कॉट, एवर्टन वीक्स, कर्टली एम्ब्रोस, माइकल होल्डिंग, कर्टनी वॉल्श, जोएल गार्नर और विवियन रिचर्ड्स आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल किए गए हैं.
… लेकिन अब हालात बदल गए हैं. मौजूदा दौर में वेस्टइंडीज की टीम टेस्ट क्रिकेट में हाशिए पर है. एक तो वह टेस्ट आईसीसी रैंकिंग में 8वें स्थान पर है और विंडीज के युवा क्रिकेटर टेस्ट और वनडे की जगह टी-20 मैचों को तरजीह देते हैं. सबसे बढ़कर कैरेबियाई खिलाड़ी वेस्टइंडीज की तरफ से नहीं खेलना चाहते. वह विभिन्न देशों की लुभावनी टी-20 लीग में खेलना ज्यादा पसंद करते हैं.
वेस्टइंडीज ने दोनों शुरुआती (1975 और 1979) वर्ल्ड कप जीते. उसने टी-20 वर्ल्ड कप पर दो बार (2012 और 2016 ) कब्जा जमाया. साथ ही उसने 2004 में आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी जीती. 2016 में अंडर-19 विश्व कप भी जीता.
I am shocked to see that not even 50 people are watching india-West indies test match while these areas are full of migrated Indians @ICC must do something Looks cricket is dying in Caribbean islands @windiescricket should pull-up the socks @BCCI
— Rajeev Shukla (@ShuklaRajiv) September 1, 2019