मनोज वाजपेयी की वेब सीरीज़ ‘द फैमिली मैन’ को भले ही दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रियाएं मिल रही हों लेकिन एमेजॉन प्राइम की इस ओरिजिनल सीरीज़ को लेकर विवाद शुरू हो गया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मैगजीन पांचजन्य ने एक आर्टिकल पब्लिश किया है और इस सीरीज़ के कुछ सीन्स को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है.
इस मैगजीन की वेबसाइट पर छपे एक आर्टिकल के अनुसार, इस सीरीज़ में एनआईए से संबंधित एक महिला ऑफिसर को अपने एक ऑफिसर साथी से श्रीनगर के लाल चौक पर बात करते हुए दिखाया गया है. इस बातचीत के अनुसार, कश्मीरियों का भारत सरकार द्वारा शोषण किया जा रहा है क्योंकि सरकार ने वहां फोन और इंटरनेट को बंद किया हुआ है और AFSPA के कानून के चलते भी उनके हालात अच्छे नहीं है.
मैगजीन में ये भी लिखा है कि इस बातचीत के दौरान ये निष्कर्ष भी निकल कर आता है कि क्या भारतीय प्रशासन और आतंकियों के बीच कोई अंतर है? इस आर्टिकल में बाकी माध्यमों पर भी गंभीर आरोप लगाए गए है. इसके अनुसार, फिल्मों और टीवी सीरियल के बाद वेबसीरीज़ एंटी नेशनलिज्म और जिहाद के कंटेंट को प्रमोट करने के एक माध्यम के तौर पर उभर रहा है.