अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने महिलाओं को तोहफा दिया है। आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी समेत सभी स्मारकों में महिलाएं निशुल्क प्रवेश कर पाएंगी। एएसआई ने इसके आदेश भी जारी कर दिए हैं।
शुक्रवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संयुक्त महानिदेशक (स्मारक) एम नांबिराजन ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के निशुल्क प्रवेश का आदेश जारी कर दिया। बीते साल संस्कृति मंत्रालय ने महिलाओं को निशुल्क प्रवेश देने की सुविधा शुरू की थी, जिसे इस साल भी बढ़ाया गया है।
अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि मंत्रालय से आदेश आ चुके हैं। महिला दिवस पर भारतीय हों या विदेशी, सभी महिलाओं को निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। स्मारकों में प्रवेश के लिए उन्हें टिकट बुक करने की जरूरत नहीं है।
10 से 12 मार्च तक ताजमहल में मुगल शहंशाह शाहजहां के 366 वें उर्स पर पर्यटकों का प्रवेश निशुल्क रहेगा। 10 और 11 मार्च को दोपहर दो बजे के बाद और 12 मार्च को सुबह से शाम तक पर्यटक निशुल्क प्रवेश कर पाएंगे।
यही नहीं, तहखाना में स्थित शाहजहां और मुमताज की असली कब्रों को भी देख सकेंगे। इसके बाद 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस पर भी पर्यटक ताजमहल समेत सभी स्मारकों में निशुल्क प्रवेश कर पाएंगे। इसके लिए भी एएसआई ने शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया।
खुद्दाम ए रोजा कमेटी ने ताजमहल में शाहजहां के उर्स के लिए 1400 मीटर की सतरंगी चादर तैयार कराई है। बीते साल कोरोना के कारण शाहजहां का उर्स नहीं मनाया गया था।
कमेटी के अध्यक्ष ताहिरुद्दीन ताहिर ने बताया कि अगर एएसआई और प्रशासन सतरंगी चादर को उर्स में चढ़ाने की अनुमति दे देते हैं, तभी चादरपोशी की जाएगी। बिना अनुमति के चादरपोशी नहीं करेंगे। कमेटी के रिजवानुद्दीन ने बताया कि 10 मार्च को गुस्ल, 11 मार्च को संदल, कुरआनख्वानी होगी। 12 मार्च को सुबह से ही चादरपोशी की जाएंगी।