उन्होंने कहा कि इस मामले में बिना जांच के किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। साथ ही पुलिस हिरासत में हुई पीड़िता के पिता की मौत ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट करेंगे।
जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विधायक कुल्दीप सिंह सेंगर को क्लीनचिट देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी किसी को क्लीनचिट नहीं दी गई है।
मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी केस से जुड़े हर व्यक्ति से पूछताछ करेगी। उन्होंने बताया कि 11 जून 2017 को जो केस दर्ज किया गया है, उसमें विधायक का नाम नहीं दिया गया था। जबकि 22 अगस्त 2017 को पीड़ित परिवार द्वारा दी गई अप्लीकेशन में विधायक और अन्य के शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
गौरतलब है कि सोमवार को बीजेपी विधायक पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता के पिता की जेल में मौत हो गई थी। पीड़िता ने विधायक पर आरोप लगाने के साथ सीएम आवास पर एक दिन पहले रविवार को आत्मदाह का प्रयास किया था।
शिकायत होते ही पीड़िता के पिता की मौत हो जाने से प्रदेश सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई। इस मामले में खुद सीएम योगी ने सफाई देते हुए जल्द से जल्द जांच के आदेश दिए थे।