पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने मोदी सरकार पर निशाना साधा. हैदराबाद में शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान चिदंबरम ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था आईसीयू में है. यह सरकार गरीबों की विरोधी है. नोटबंदी ऐतिहासिक गलती थी. यह आजाद भारतका सबसे धोखा था. इसके कारण नौकरियों में कमी आई. छोटे और मझोले उद्योग तबाह हो गया.
चिंदबरम ने कहा कि नोटबंदी की वजह से रोजगार तबाह हो गए. नौकरियां छिन गईं. उद्योग तबाह हुए. माइक्रो मीडियम इंडस्ट्री भी तबाह हो गए. इस सरकार की दूसरी बड़ी गलती जीएसटी रही. सिंगल टैक्स का विचार बेहद अच्छा है, लेकिन मौजूदा जीएसटी सिंगल टैक्स नहीं है. इसके लिए अपनाई जाने वाली प्रणाली सही नहीं है.
यह सबसे बड़ी गरीब विरोधी सरकार है. फैक्ट्री केवल 70 फीसदी काम कर पा रही हैं. प्लांट लोड फैक्टर केवल 45 फीसदी है. ऑटोमोबाइल इवेंट 50 फीसदी क्षमता के हिसाब के काम कर रहा है.
पी चिदंबरम ने कहा कि ऐसे कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं जिससे यह संकेत मिले कि अर्थव्यवस्था सुधर रही है. क्यों वित्त मंत्री अर्थव्यवस्था की खराब हालात पर एक शब्द तक नहीं बोल रही हैं. फॉरेन रिजर्व गिरता चला जा रहा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण क्यों इस तथ्य को स्वीकार करने से इनकार कर रही हैं.
पी चिदंबरम ने कहा कि सोचकर देखिए कि सीसीडी के मालिक वीजी सिद्धार्थ ने एक ब्रांड स्थापित किया लेकिन टैक्स उत्पीड़न से तंग आकर उन्होंने खुदकुशी कर ली. डीआरआई, सीबीआई और कस्टम आईटी को असाधारण ताकतें मिल गई हैं. आईटी सेक्टर में कई काम को अपराध बताया गया है.