मोदी सरकार ने आज से ठीक एक साल पहले तीन तलाक जैसी कुप्रथा को खत्म करने के लिए कानून बनाया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र की मुस्लिम महिलाएं अपने सांसद और देश के प्रधानमंत्री के इस कदम को कैसे भूल सकती हैं? इसीलिए वाराणसी की मुस्लिम महिलाओं ने पीएम मोदी को अपना भाई जान मानते हुए उनकी तस्वीर पर राखी बांधकर उनका शुक्रिया अदा किया.
वाराणसी के मुस्लिम बाहुल्य दालमंडी इलाके में मुस्लिम महिलाओं ने अपने सांसद और देश के पीएम मोदी को बहुत ही खास अंदाज में याद किया. क्योंकि आज ही के दिन मोदी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के लिए कानून बनाकर तीन तलाक जैसी सामाजिक कुरीति से उन्हें आजादी दिलाई थी.
रक्षाबंधन के माहौल में मुस्लिम महिलाओं ने भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना जैसे गीतों को गुनगुनाते हुए पीएम मोदी की तस्वीर पर पहले राखी बांधी और फिर सांकेतिक रूप से मुंह मीठा कराकर उनका शुक्रिया अदा भी किया.
अलीमुनीसा बताती हैं कि तीन तलाक पर कानून लाकर पीएम मोदी ने बहुत अच्छा काम किया है. इसीलिए उनको राखी बांधकर बनारस की मुस्लिम बहनें उनको शुक्रिया अदा कर रही हैं. पीएम मोदी उनकी हिफाजत यूं ही करते रहें.
वहीं एक अन्य मुस्लिम महिला सीमा बानो ने कहा कि वो पीएम मोदी को अपना भाई मानती हैं. रक्षाबंधन पर राखी बांधकर मिठाई भी खिला रहीं हैं. उन्होंने कहा कि तीन तलाक को लेकर कानून पर हम मुस्लिम बहनें पीएम मोदी का शुक्रगुजार हैं.
इस मौके पर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा वाराणसी के महामंत्री शेख मो. आसिफ ने बताया कि 2014 में मोदी सरकार ने आते ही मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से निजात दिलाने के लिए तीन तलाक को हटाने का मु्द्दा उठाया.
राज्यसभा में बहुमत न होने के चलते यह बिल पास नहीं हो सका. लेकिन 2019 में पीएम मोदी की दोबारा सरकार बनते ही तीन तलाक पर कानून बना दिया.
तभी से देशभर के मुसलमानों ने खुशी जाहिर की थी. लेकिन इस बार कोरोना काल में घर में ही मुस्लिम महिलाओं ने अपने मोदी भाई जान की तस्वीर पर राखी बांधकर उनका मुंह मीठा कराया है और शुक्रिया भी अदा किया है.